महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ठाणे जिले के हजारों आदिवासियों को उस समय जोर का झटका लगा, जब वोट के एवज में मिले नोटों को भुनाने गए तो उन्हें पता चला कि ये नकली हैं। ये उन्हें कथित तौर पर नेताओं ने दिए थे।
ये आदिवासी 500 और एक हजार रुपए के इन नोटों के साथ दिवाली की खरीदारी करने निकले थे। अब ठगे जाने के बाद ये आदिवासी नेताओं को उनकी करतूत के लिए लानत भेज रहे हैं। भारतीय बैंकिंग फोरम के अध्यक्ष ओपी शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान बड़ी मात्रा में 500 और एक हजार रुपए के नकली नोट बांटे गए हैं।
खासतौर पर राज्य के उन ग्रामीण इलाकों में, जहां लोग इनके असली-नकली होने की पहचान नहीं कर सकते। समाजवादी पार्टी की ग्रामीण इकाई और फोरम ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने हाल में नकली नोटों की बड़ी खेप बरामद की थी। रिजर्व बैंक ने इन्हें नकली करार देते हुए इनका उपयोग न करने की सलाह दी थी।
ये आदिवासी 500 और एक हजार रुपए के इन नोटों के साथ दिवाली की खरीदारी करने निकले थे। अब ठगे जाने के बाद ये आदिवासी नेताओं को उनकी करतूत के लिए लानत भेज रहे हैं। भारतीय बैंकिंग फोरम के अध्यक्ष ओपी शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान बड़ी मात्रा में 500 और एक हजार रुपए के नकली नोट बांटे गए हैं।
खासतौर पर राज्य के उन ग्रामीण इलाकों में, जहां लोग इनके असली-नकली होने की पहचान नहीं कर सकते। समाजवादी पार्टी की ग्रामीण इकाई और फोरम ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने हाल में नकली नोटों की बड़ी खेप बरामद की थी। रिजर्व बैंक ने इन्हें नकली करार देते हुए इनका उपयोग न करने की सलाह दी थी।
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