Wednesday, October 7, 2009

मीडिया साथ है, नाश्ते का इंतजाम रखना

जयपुर. जहां समस्या थी, वहां तो मंत्रीजी गए नहीं और जहां गए वहां नाम दिया गया आकस्मिक दौरे का लेकिन था ऐसा पूर्व नियोजित कि लोग मालाएं लिए स्वागत के लिए आतुर थे। मीडिया का पूरा लवाजमा साथ था और अधिकारियों को हिदायत थी कि किसी भी स्थान पर गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। और तो और एक जगह मंत्रीजी ने एडवांस में ही अपने आने की सूचना यह कहते हुए दी कि नाश्ते का इंतजाम रखना, पूरा मीडिया साथ है। बाकी दौरे में यह जिम्मेदारी जिला रसद अधिकारी संभाले हुए थे, वे फोन पर संबंधित लोगों को पहले ही बताते चल रहे थे कि ‘मंत्रीजी ..इतने मिनट में पहुंच रहे हैं’।शहर के डेयरी बूथों पर आटा—दाल के वितरण का हाल जानने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबूलाल नागर ने बुधवार को विधानसभा के पास, जेपी फाटक व मानसरोवर के कुछ बूथों का दौरा किया। विभाग ने मीडिया को सूचना दी थी कि खाद्य मंत्री का दौरा आकस्मिक है और दौरे के मार्ग को पूर्णतया गोपनीय रखा गया है। खाद्य निगम गोदाम : यहां नागर ने एक दर्जन से अधिक बोरियों से गेहूं निकालकर देखा और निर्देश दिए कि एक भी बोरी खराब गेहूं फ्लोर मिल तक नहीं पहुंचे। उन्होंने इस बात के लिए फूड कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक आर.सी. मीणा से भी चर्चा की।फ्लोर मिल, झोटवाड़ा औद्योगिक क्षेत्र : नागर ने यहां फ्लोर मिल में गेहूं की सफाई, पिसाई और पैकिंग कार्य का निरीक्षण किया।परकोटा अछूता : दो दिन से रसद अधिकारी मीडिया से कह रहे थे कि परकोटे और कच्ची बस्तियों में डिमांड ज्यादा है, इसलिए बाहरी इलाकों में सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है। पर नागर परकोटे के किसी बूथ पर गए न ही कच्ची बस्ती में।स्वागत में खड़े थे लोग : जहां-जहां नागर पहुंचे, वहां कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता और व्यापार मंडलों के सदस्य उनके स्वागत में तैयार खड़े थे। जैसे ही वे वहां पहुंचे, नागर जिंदाबाद के साथ उन्हें मालाएं पहनाई गईं। कुछ लोगों का कहना था कि अचानक निरीक्षण करते तो इन्हें कमियां मिलतीं। पहले से बताकर आकस्मिक निरीक्षण किस बात का।



धर्मेंद्र गहलोत गिरफ्तार
अजमेर . क्रिश्चियन गंज थाना इलाके में पिछले साल ट्रैफिक पुलिस के सिपाही से मारपीट व राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने बुधवार को महापौर धर्मेंद्र गहलोत को गिरफ्तार कर लिया।

निचली अदालत ने गहलोत की ओर से दायर जमानत याचिका नामंजूर करते हुए उन्हें जेल भेज दिया। बाद में सेशन कोर्ट से जमानत मिलने पर शाम तकरीबन चार बजे गहलोत को रिहा कर दिया गया। गहलोत के खिलाफ 5 जनवरी 08 को क्रिश्चियन गंज थाना में ट्रैफिक पुलिस के एक सिपाही से मारपीट करने व राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।

गहलोत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का विरोध करने 7 जनवरी 08 को कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों पर पुलिस ने जबर्दस्त लाठीचार्ज किया था जिसमें खुद गहलोत सहित दर्जनों वकील, भाजपा कार्यकर्ता, पार्षद, निगमकर्मी आदि घायल हुए थे।

No comments: