मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि दैनिक जीवन में मितव्ययता एवं बचत की आदत समाज और देश के लिए न केवल हितकारी है बल्कि कर्तव्य निर्वहन का मजबूत आधार भी है।विश्व मितव्ययता दिवस (३० अक्टूबर) के अवसर पर अपने संदेश में गहलोत ने आह्वान किया है कि प्रत्येक नागरिक जीवन में अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण के साथ अल्प बचत योजनाओं में निवेश का संकल्प ले। मितव्ययी बनकर सभी अपने सुरक्षित भविष्य का निर्माण करते हुए राष्ट्र की प्रगति और समृद्धि में सक्रिय भागीदारी निभा सकते है।मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की ट्रस्टी के रूप में सरकार का यह धर्म है कि वह एक एक पैसे का हिसाब रखते हुये जनता की सेवा के संकल्प को ध्येय बनाकर कार्य करे। इसी दिशा में राज्य सरकार ने प्रदेश में सरकारी स्तर पर फिजूलखर्ची पर रोक एवं मितव्ययता बरतने के संबंध में अहम निर्णय लिए है।उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे मितव्ययता, अनावश्यक खर्चो में कटौती और बचत के सामाजिक सरोकारों को जीवन में अपनाकर इसे जनआंदोलन बनाने के लिए पहल कर सतत् प्रयास करे।
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