Wednesday, October 28, 2009

ममता बनर्जी की भूमिका की जांच होः

सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने राजधानी एक्सप्रेसस को माओवादियों द्वारा बंधक बनाए जाने की घटना में रेल मंत्री ममता बनर्जी की भूमिका पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। येचुरी ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जानी चाहिए। येचुरी का कहना है कि राजधानी एक्स्प्रेस को हाईजैक करने में रेल मंत्री की भूमिका से नकारा नहीं जा सकता। उनका कहना है कि इसका एक बड़ा कारण यह है कि उनकी पार्टी के एक मंत्री ने कहा है कि उन्हें राजधानी एक्सप्रेस पर होने वाले हमले की पूर्व सूचना थी। हमलावरों ने जिस नेता को रिहा करने की मांग की वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का सदस्य रह चुका है। मंगलवार को सशस्त्र माओवादियों ने क्षेत्रीय आदिवासी कार्यकर्ताओं के सहयोग से भुवनेश्वर-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को पश्चिम मिदनापुर जिले में अपने कब्जे में ले लिया था। लगभग पांच घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षा बलों ने घेरा डाल सभी यात्रियों सहित राजधानी एक्सप्रेस को छुड़ा लिया।
सीपीएम ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस माओवादियों को समर्थन दे रही है। यहां तक टीएमसी के मंत्री केन्द्र पर दबाव डाल रहे हैं कि माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बल न भेजे जाएं। टीमसी केन्द्र के इस निर्णय का विरोध कर रही है। सीपीएम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश कारत ने भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस और उसके नेताओं ने लालगढ़ में पुलिस कार्रवाई का विरोध किया था। यहां तक कि टीएमसी ने केन्द्रीय सशस्त्र बल को वापस बुलाने की मांग की थी। लालगढ़ में जो विध्वंसकारी ताकतें सक्रिय थीं उन्होंने ही राजधानी एक्सप्रेस को अपना निशाना बनाया और उसे बंधक बनाया। हालांकि ममता बनर्जी ने सीपीएम और उसके नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों को केवल उन्हें बदनाम करने का हथकंडा बताया है।

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