Tuesday, February 10, 2009

गहलोत के भाषण में झलकी जोशी के हार की वेदना

राजस्थान की राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी की मात्र एक मत से हार की वेदना मंगलवार को नाथद्वारा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण में स्पष्ट रुप से झलकी वहीं गहलोत ने डॉ. जोशी के प्रति अपार सम्मान जताते हुए नाथद्वारा क्षेत्र के लोगों के दिलों पर राज कर लिया।श्रीनाथजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट के नव निर्मित भवन के लोकार्पण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मुख्य आतिथ्य के भाषण में अपने विश्वसनीय प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी को दूरदृष्टि का नेता बताते हुए जोशी की तारीफों के पुल बांध दिये। गहलोत ने श्रीनाथजी इंस्टीट्यूट संस्था की गतिविधियों व तेजी से बढ़ती प्रगति का श्रेय डॉ. जोशी को देते हुए कहा कि जोशी की दूरदृष्टि का ही परिणाम है कि यह संस्था वट वृक्ष के रूप में हमारे सामने खड़ी है।गहलोत ने वेदना भरे शब्दों में कहा कि डॉ. जोशी मात्र एक वोट की कमी के कारण एमएलए नहीं बने जो बड़े दुर्भाग्य की बात है जबकि लोकतत्र में ईमानदारी से कार्य करने वाले ऐसे (जोशी) व्यक्ति को जनता का सम्मान मिलना चाहिये। नाथद्वारा में मेडिकल कॉलेज खोलने की डॉ. जोशी द्वारा मांग करने पर गहलोत ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि जोशी आज भले ही एमएलए नहीं है तो क्या हुआ, आगे एमएलए व एम.पी. बनेंगे। साथ ही कहा कि जोशी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष है इसलिये इनके (जोशी) आदेश की पालना करना मेरा काम है। गहलोत ने कहा कि हमारे लिये डॉ. जोशी एमएलए से बढ़कर है। गहलोत ने विश्वास दिलाया कि जोशी जो आदेश देंगे वो तमाम कार्य नाथद्वारा में होंगे और विकास की दृष्टि से यह क्षेत्र पीछे नहीं रहेगा।गहलोत ने कहा कि जोशी के व्यक्तित्व व कृतित्व का नाथद्वारा गवाह है, यहां 1980 के पहले क्या था जिसे सभी जानते है। इस दौरान पाण्डाल में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने गहलोत व जोशी के बीच समन्वय को लेकर दोनों के समर्थन में जिन्दाबाद के नारों से पाण्डाल को गुंजा दिया।इससे पूर्व संस्था के निदेशक अशोक पारीक ने अपने भाषण में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोशी के योगदान की प्रशंसा की जिसके चलते पारीक भाव विहिल हो गये।

No comments: