Monday, February 23, 2009

अवैध धन के दुरूपयोग की संभावना-मुखर्जी

वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे विदेशमंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि देश में पिछले कुछ वर्षों में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष करों के संग्रह में जोरदार बढोतरी से केन्द्र सरकार के विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में तेजी आई है। मुखर्जी ने सोमवार को यहां राजस्व भवन की आधारशिला रखने के बाद कहा कि देश की प्रगति के लिए आर्थिक स्थिति का सुद्यढ होना बहुत ही जरूरी है और इसके लिए राजस्व संग्रह में जुटी विभिन्न एजेंसियों तथा विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका है।उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग के केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केन्द्रीय आबकारी एवं उत्पाद बोर्ड सरकार के राजस्व में हर साल छह लाख करोड रूपए का योगदान कर रहे हैं। इसे देखते हुए राजस्व संग्रह में जुटे विभिन्न विभागों के बुनियादी ढांचे को और मजबूत किए जाने की आवश्यकता है तथा राजस्व भवन मुख्यालय की आधारशिला यहां रखा जाना इसी दिशा में एक पहल है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और वित्तीय खुफिया एजेंसियां देश में अवैध धन का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं क्योंकि इस धन का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। मुखर्जी ने कहा कि तेजी से बदल रहे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य, सामाजिक आर्थिक और तकनीकी पहलुओं को देखते हुए आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी तकनीकों को अपनाने की जरूरत है।इस मौके पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने वित्तमंत्री के तौर पर अपने साढे चार वर्ष के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्व विभाग ही एक ऎसा विभाग है जो सरकार की आय का बहुत बडा जरिया है जबकि अन्य विभाग खर्चीले हैं। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री एस जयपाल रेaी ने बताया कि यह राजस्व भवन लगभग 46 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा और इसके निर्माण का जिम्मा रक्षा शोध एवं अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) ने लिया है। शिलान्यास समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, राजस्व सचिव पी वी भिडे, दोनों बोर्ड के अध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

No comments: