Friday, February 6, 2009

बसपा नेता वीरेन्द्र के हत्यारों का सुराग नहीं

सादुलपुर पंचायत समिति सदस्य एवं बसपा नेता वीरेन्द्र सिंह न्यांगली की शुक्रवार को यहां मुख्य बाजार में दिनदहाडे गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद कस्बे में तनाव का माहौल हो गया। मौके पर भारी भीड एकत्र हो गई। बाजार बंद हो गए। हत्यारों का सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने चूरू व आसपास के जिलों में नाकाबंदी करवाई है। वारदात दोपहर बाद करीब साढे चार बजे कस्बे के शीतला बाजार में हुई। जानकारी के मुताबिक वीरेन्द्र सिंह (35) अपनी बोलेरो से बाजार आया और अपनी गाडी में ही बैठा था। इसी दौरान मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने वीरेन्द्र सिंह की कनपटी पर पिस्तौल सटाकर दो फायर किए। दिन-दहाडे बाजार में गोलियां चलने से वहां दहशत फैल गई। लोग इधर उधर भाग गए। इस अफरातफरी में हत्यारों की मोटरसाइकिल भी मौके पर ही फिसल गई। इस पर हत्यारे मोटरसाइकिल को वहीं पर छोडकर पैदल ही भाग गए। गाडी में सवार वीरेन्द्र सिंह का साथी और चालक घायल अवस्था में उसे पास ही स्थित सोनी नर्सिüग होम में ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने वीरेन्द्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों की तलाश में नाकाबंदी करवाई, लेकिन उनका अभी कोई सुराग नहीं लग पाया है। वारदात के बाद मौके पर और अस्पताल के आसपास हजारों लोगों की भीड एकत्र हो गई। दहशत के माहौल के चलते कस्बे का बाजार पूरी तरह से बंद हो गया। वीरेन्द्र सिंह न्यांगली हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से बसपा का प्रत्याशी था। इस चुनाव में वीरेन्द्र सिंह को 40 हजार 649 मत मिले थे। वीरेन्द्र सिंह को चूरू के सांसद रामसिंह कस्वां की पत्नी जिला प्रमुख भाजपा प्रत्याशी कमला कस्वां ने लगभग साढे छह हजार मतों से हराया था। वीरेन्द्र वर्तमान में सादुलपुर पंचायत समिति का निर्वाचित सदस्य है। यह चुनाव उसने जेल में रहते हुए जीता था।

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