Monday, February 9, 2009

मुख्यमंत्री ने सम्बल दिया मासूम को

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किशनगढ़ रेनवाल की उस मासूम बालिका को 5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है जिसको एक पड़ौसी ने पिछले दिनों अपनी हैवानियत का शिकार बना लिया था। पीड़ित बालिका के उपचार में गैर-िजम्मेदाराना व्यवहार के आरोप में किशनगढ़ रेनवाल की चिकित्सक डा. जया शर्मा को भी निलम्बित कर दिया है।मुख्यमंत्री इस घिनौने कृत्य से इतने पीड़ित थे कि उन्होंने खुद पहल कर मामले की छानबीन के लिये उच्च अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। समाज सेविका सुनीता सत्यार्थी ने भी पूरे घटनाक्रम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। सुनीता सत्यार्थी इस मासूम बालिका को सम्बल प्रदान करने के लिये पहले से ही लगी हुई है।मुख्यमंत्री ने इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुये बच्ची के लिये 5 लाख रूपये की सहायता मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने का फैसला किया है। यह राशि एफ.डी.आर. के रूप में बच्ची के नाम पर जमा कराई जायेगी। इसके ब्याज की राशि बालिग होने तक उसकी परवरिश और शिक्षा पर खर्च की जायेगी। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही आला अधिकारियों को निर्देश दिये है कि इस मामले के आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाये। किसी भी सूरत में आरोपी इस जघन्य अपराध के लिये बच नहीं पाये, यह सुनिश्चित किया जाये। गहलोत ने निलम्बित डॉक्टर के खिलाफ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जांच कराये जाने के निर्देश भी दिये हैं।गौरतलब है कि पिछले दिनों किशनगढ़ रेनवाल में छोटी डूंगरी निवासी मोहन मीणा की सिर्फ डेढ़ साल की मासूम बालिका के साथ उसी के प.ड़ौसी द्वारा बलात्कार कर दिया गया था। पुलिस द्वारा आरोपी गोपाल को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसके खिलाफ अभियोग चलाने की कार्यवाही की जा रही है।

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