Monday, July 6, 2009

ईवीएम नतीजों की सत्यता को लेकर राजनीतिक दलों ने आवाज तेज कर दी

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से निकले नतीजों की सत्यता को लेकर अब राजनीतिक दलों ने आवाज तेज कर दी है। ईवीएम के फूलप्रूफ होने को लेकर अब तक बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ही सवाल किए थे, पर अब उनके साथ लेफ्ट सहित बाकी दलों ने भी सुर मिला लिया है। बीजेपी, सीपीएम, जेडीएस, एलजेपी और आरजेडी सरीखी पार्टियों ने ईवीएम की जगह पर फिर से बैलट पेपरों के इस्तेमाल की मांग तेज कर दी है। ज्ञात हो कि आडवाणी ने एक अखबार से बातचीत में कहा था कि जब तक चुनाव आयोग ईवीएम से चुनावी धांधलियां न किए जाने को लेकर सुनिश्चित नहीं हो जाता, तब तक उसे अगले विधानसभा चुनावों में वोटिंग मत पत्रों से करानी चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को ईवीएम से छेड़छाड़ की गुंजाइश खत्म करनी होगी, वरना मतपत्र से वोटिंग कराना सही होगा। बीजेपी ने स्पष्ट किया कि पार्टी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मतदान के दौरान इस्तेमाल की गई ईवीएम के बारे में कोई सवाल नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि विभिन्न वर्गों द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका व्यक्त की जा रही थी और हाल ही में दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव उमेश सहगल ने चुनाव आयोग के सामने एक तकनीकी प्रदर्शन के जरिए बताया भी कि ईवीएम से किस तरह छेड़छाड़ की जा सकती है। उसके बाद आयोग ने एक चुनाव उपायुक्त को इस बात की जांच के लिए नियुक्त किया। प्रसाद ने कहा कि जर्मनी में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक लग चुकी है, जब कि अमेरिका में भी ईवीएम के इस्तेमाल के समय कागजी बैकअप जरूरी है। दुनिया के कई देश फिर से मतपत्र से वोट डालने की परंपरा की तरफ वापस लौट रहे हैं। सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा कि ईवीएम की कार्यप्रणाली पर उठाए गए सवालों की जांच बेहद गंभीरता से की जानी चाहिए। खासकर इस बात को देखते हुए कि ज्यादातर देशों में वोटिंग अब मतपत्रों से ही कराई जा रही है। उधर, जेडीएस चीफ एच. डी. देवगौड़ा का आरोप है कि ईवीएम में गोपनीयता नहीं बरती जा सकती। इस सिस्टम को हटाना होगा। हमारी पार्टी ने चुनाव से पहले ईवीएम की खामियों को गिनाया भी था। एलजेपी के महासचिव अब्दुल खालिद ने कहा कि हमारी पार्टी ईवीएम के इस्तेमाल को बंद कर मतपत्रों से वोटिंग कराने की मांग करती है। जब संसद के भीतर पोलिंग में गड़बड़ी हो जाती है तो ईवीएम कैसे फूलप्रूफ हो सकती हैं। इस बीच, आरजेडी ने बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों की जांच कराने के लिए चुनाव आयोग के पास जाने का फैसला किया है। पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी की सीनियर नेता राबड़ी देवी और शकील अहमद खान ने कहा कि आयोग को ईवीएम से छेड़छाड़ की बड़े पैमाने पर आई शिकायतों की जांच करानी चाहिए।

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