Sunday, July 12, 2009

भाजपा को साम्प्रदायिक कैसे कहा जा सकता

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व की पार्टी विचारधारा पर गर्व करते हुए कहा कि इसे चुनावी परिणामों के तराजू से नहीं तौला जा सकता। सिंह ने कहा कि हमें इस बात पर गर्व है कि हम एक ऎसी पार्टी से संबंध रखते हैं जिसका मजबूत विचारधारात्मक आधार है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की विचारधारा पार्टी को प्रेरित करती है और इसे चुनावी हार या जीत के पैमाने पर नहीं तौला जा सकता है। भारतीय जनता युवा मोर्चा की यहां शुरू हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के अपने संबोधन में पार्टी अध्यक्ष ने भाजपा को साम्प्रदायिक बताए जाने पर कड़ा ऎतराज जताया। उन्होंने कहा कि सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की विचारधारा को अंगीकार किया गया है। इसके साथ ही वसुधैव कुटुम्बक में भी विश्वास है। समाहित दृष्टिकोण और राष्ट्र निर्माण का सशक्त मार्ग अपनाने वाली भाजपा को साम्प्रदायिक कैसे कहा जा सकता है।

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