केन्द्र सरकार ने माना कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जैसी छह नई संस्थाओ की स्थापना में कुछ देरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने लोकसभा में बताया कि प्रारंभिक देरी एकल परियोजना परामर्शदाता के चयन के लिए बोलियों की असफलता और एम्स जैसी सभी छह संस्थाओं के लिए प्रोटोटाइप वास्तुकीय डिजाइन के चयन न किए जा सकने के कारण हुई थी। संपूर्ण प्रक्रिया को दिसंबर 2006 में नए सिरे से शुरू किया जाना था और प्रत्येक स्थल को अब अलग से लिया गया है।उन्होंने सदन में बताया कि जनशक्ति की भर्ती इन संस्थाओं को कुशल ढंग से चलाने के लिए प्रमुख कार्य है, इसलिए संकाय और स्टाफ को घर दिलाने के लिए आवासीय परिसरों का प्राथमिकता के आधार पर निर्माण किया जा रहा है और ये आवासीय परिसर सभी छह स्थलों पर 2009-10 तक तैयार हो जाएंगे। अस्पताल महाविद्यालय के परिसर वर्ष 2011 तक तैयार हो जाने की आशा है। इनमें से एक एम्स की स्थापना जोधपुर में होनी है।नर्सिग कालेज का प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ- सांसद लालचंद कटारिया के सवाल के जवाब में आजाद ने बताया कि राजस्थान और गुजरात राज्य सरकारों से नर्सिग डिग्री कालेज स्थापित करने का कोई विशेष प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है तथापि उत्कृष्टता केंद्र जिसमें बी एस एसी (नर्सिग) डिग्री कार्यक्रम भी चलाए जाने का प्रस्ताव की स्थापना करने के लिए राजस्थान सहित कुछ राज्यों से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।तापमान बढ़ रहा है - पर्यावरण और वन राज्यमंत्री जयराम रमेश ने माना कि वातावरण में ग्रीन हाऊस गैसों के सांद्रण के कारण ग्लोबल वार्मिग की समस्या पैदा हो रही है। आईएमडी द्वारा जुटाए डाटा विश्लेषण से पता चलता है कि समूचे देश का वार्षिक औसत तापमान 0.52 प्रतिशत तक बढ़ गया है। औसत वार्षिक तापमान में रूझानों का आकाशीय पैटर्न राजस्थान, गुजरात और बिहार के भागो, जहां घटते रूझान देखे गए थे, को छोड़कर देश के अघिकांश भागों में बढ़ते रूझान की ओर संकेत करता है।
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