एचआईवी पीडितों का उपचार, संरक्षण और समुचित देखभाल सुनिश्चित करने वाला विधेयक पिछले दो वर्षो से केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के चक्कर लगा रहा है।ऎसी आशंका है आम सहमति नहीं बन पाने से उसे संसद में पेश नहीं किया जा सका है। देशभर में बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर सक्रिय गैर सरकारी संगठन प्लान इण्डिया ने विधेयक के सम्बंध में मांग की है कि इसे पुराने रूप में ही पेश किया जाए। ऎसा नहीं हुआ तो इन बीमारियों से ग्रसित मरीजों एवं उनके परिजनों को समुचित सहायता नहीं उपलब्ध कराई जा सकेगी।गुरूवार को राजधानी में एक समारोह में इस विधेयक के अविलम्ब संसद में पेश किए जाने की मांग को लेकर अभियान में जुटे बच्चों एवं महिलाओं को पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नाडीस, ग्रामीण विकास राज्यमंत्री अगाथा संगमा, क्रिकेट वीरेन्द्र सहवाग, फिल्म निर्देशक नागेश कुकनूर ने अपनी ओर से समर्थन दिया।प्लान इण्डिया की कार्यकारी निदेशक भाग्यश्री डेंग्ले ने बताया कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के मुताबिक देश में 18 वर्ष से कम उम्र के एक लाख किशोर एचआईवी संक्रमित हैं। हर साल 70 हजार बच्चे इसकी चपेट में आते हैं।
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