भाजपा सांसद वरूण गांधी की सुरक्षा को लेकर उपजे विवाद ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया। केन्द्र सरकार के पत्ते नहीं खोलने और पी. चिदम्बरम की ओर से सुषमा स्वराज को लिखे गोपनीय पत्र के लीक होने पर भाजपा भड़क गई है। भाजपा ने इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय को सीधे कठघरे में खड़ा करते हुए साफ कर दिया कि उसे इस पूरे मामले में सरकार की नीयत संदिग्ध दिखाई दे रही है। सुषमा ने कहा भी कि सुरक्षा पर सरकार इतना ही गोपनीयता रखना चाहती थी तो पत्र लीक कैसे हो गया। वरूण की सुरक्षा के सवाल पर चल रहा शीतयुद्ध अब राजनीतिक शक्ल में बदल गया है। सुषमा ने बताया कि सुरक्षा संबंधी प्रश्न सदन में उठाए जाने पर चिदम्बरम ने सुरक्षा का हवाला देते हुए व्यक्तिगत तौर पर बैठकर इस मामले को सुलझाने का वादा किया था। उसके बाद ही चिदम्बरम ने पत्र लिखकर सुषमा को इस पर बातचीत करने का न्योता दिया। उसमें भी गोपनीयता की बात दोहराना वह नहीं भूले। अभी मुलाकात का समय तय नहीं हुआ था कि पत्र लीक हो गया।पत्र मीडिया के हाथ लगते ही सुषमा गरम हो गई। उन्होंने कहा कि जब चिदम्बरम सुरक्षा पर इतनी ही गोपनीयता चाहते थे तो पत्र लीक कैसे हो गया। सुषमा को इसमें राजनीति दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि यदि गृहमंत्री की नीयत साफ होती तो वह गंभीरता और गोपनीयता का पालन करने के प्रति सजग रहते, लेकिन जिस तरह से पत्र को लीक किया गया उससे साफ लग रहा है कि सरकार इस मामले को राजनीतिक रूप देना चाहती है।वरूण की सुरक्षा को लेकर नार्थब्लाक में अलग ही कहानी चल रही है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री चिदम्बरम को इसमें राजनीति नजर आ रही है इसलिए वह मामले की पूरी पड़ताल के बाद ही किसी ठोस निष्कर्ष पर जाना चाहते हैं। वैसे वरूण को सुरक्षा मुहैया कराने के आग्रह पर दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने मांगी गई जानकारी में अपनी जो रिपोर्ट दी है उसमें वरूण जेडप्लस की श्रेणी में आ पाएंगे इसमें संदेह है। बुधवार को इस मुद्दे पर नार्थब्लाक में माथाप“ाी चलती रही। चिदम्बरम सुरक्षा से इनकार नहीं कर रहे लेकिन इस पर कुछ भी साफ बोल भी नहीं रहे हैं।सुषमा को लिखे पत्र में उन्होंने भरोसा दिया था कि आप मिल लें आपको वरूण की सुरक्षा के मामले में विश्वास में लूंगा, परन्तु पत्र मीडिया के हाथ लगने के बाद गोपनीयता के मु्द्दे पर खुद गृहमंत्रालय की भूमिका संदिग्ध हो गई है। सूत्रों के अनुसार वरूण को अभी वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके तहत उनकी सुरक्षा में तीन अधिकारी, एक एस्कार्ट, पायलट वाहन तथा 10 गार्ड तैनात किए गए हैं।
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