लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने विधायकों को नसीहत देते हुए कहा कि सदन में किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए कार्यवाही रोकना या ठप करवाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि यह जनप्रतिनिधियों का भ्रम है कि कार्यवाही ठप करने से उनका प्रभाव दिखेगा। मीरा कुमार शनिवार को तेरहवीं विधानसभा के नव निर्वाचित सदस्यों के दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोल रही थीं। लोकसभा अध्यक्ष ने जनप्रतिनिधियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और मर्यादा के साथ करेंगे तो राजनीति के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में परिवर्तन देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें आत्म विश्लेषण करना चाहिए कि आखिर मतदाता पांच वर्षो में एक बार भी मतदान केंद्र पर आने में अरूचि क्यों दिखला रहा है। लोगों की मतदान के प्रति उदासीनता के कारणों का पता लगाने के लिए हमें ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है। लोकसभा अध्यक्ष ने विधायकों को पढ़ने-लिखने की भी नसीहत दी। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे ऎसे निहित स्वार्थी तत्वों से हमेशा सजग रहें जो विधायिका में आम लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं को किसी भी तरह से प्रभावित कर अपने स्वार्थ पूरे करते हैं। विधायिका में लाखों, करोड़ों जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता को सिर्फ इस बात की चिंता करनी चाहिए कि वह समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति की तकलीफों और समस्याओं को कैसे दूर सकते हैं।
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