Thursday, July 16, 2009

सरकार के लिए सिरदर्द बनता जा रहा प्रदर्शन

तमिलनाडु में विभिन्न मसलों पर हो रहा प्रदर्शन सरकार के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। विधानसभा में मंगलवार को प्रशिक्षु शल्य चिकित्सकों और गैर-सेवारत परास्नातकों की हड़ताल का मामला गूंजा तो बाहर इस मसले समेत विभिन्न मुद्दों पर सात जगह विरोध प्रदर्शन हुए। सचिवालय के बाहर बिना इजाजत के छात्र संघ द्वारा रैली निकालने की कोशिश पर पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी, जिसमें बारह छात्रों को चोटें आई। ये सभी घटनाएं एक दिन में घटी। वजीफे की मांगप्रशिक्षु शल्य चिकित्सकों और गैर-सेवारत परास्नातकों से वार्ता के लिए जहां विधानसभा में प्रतिपक्ष ने दबाव बनाया, वहीं इन लोगों ने वजीफे की मांग को लेकर अपनी भूख हड़ताल जारी रखी और नारेबाजी की।मूल्य वृद्धि की खिलाफतमेमोरियल हाल के पास भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एल. गणेशन व कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल व डीजल की मांगों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह बढ़ोतरी को वापस ले।केन्द्र के समान मिले वेतनमद्रास जिमखाना क्लब के पास तमिलनाडु प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन ने केंद्र सरकार के कार्मिकों के समक्ष वेतनमान की मांग को लेकर धरना दिया।वेतनवृद्धि की मांग पर प्रदर्शनइसी तरह तमिलनाडु स्कूली शिक्षा अंशकालिक कर्मचारी संघ के सदस्यों ने वेतनवृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।नोटिस के विरोध में धरनाफोरशोर स्टेट के सरकारी रहवासी इलाके के निवासियों ने धरना देकर विरोध जताया। इन्हें वहां से जगह खाली करने का नोटिस थमाया गया है। ये लोग नोटिस की खिलाफत कर रहे थे।सड़क पर बनाई रसोईपेरिस स्थित कुरलगम के बाहर तमिलनाडु खादी बोर्ड के स्टाफ ने तनख्वाह में बढ़ोतरी को लेकर सरकार का ध्यान खींचने के लिए सड़क पर ही रसोई बनानी शुरू कर दी।

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