Sunday, July 19, 2009

सिद्धू को मनाने में भाजपा नाकाम

भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व शनिवार को क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए सांसद नवजोत सिंह सिद्धू को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने में नाकाम रहा। सिद्धू पार्टी में अपने विरोधी की शह पर हुई एक स्थानीय नियुक्ति को लेकर खफा हैं।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने अमृतसर से सांसद सिद्धू को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की। उन्होंने शुक्रवार को भी ऐसी कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे थे।
जेटली के एक निकटवर्ती सूत्र ने कहा, 'यह स्थानीय मुद्दा है और इसका एक या दो दिन में समाधान निकल जाएगा। चिंता की कोई बात नहीं है।'
सिद्धू ने पूर्व भाजपा विधायक राजिन्दर मोहन चिन्ना को उनकी स्वीकृति के बिना अमृतसर सुधार न्यास का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर भाजपा संसदीय दल के प्रमुख लालकृष्ण आडवाणी को शुक्रवार को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था। सिद्धू ने आडवाणी को भेजे अपने पत्र में चिन्ना की नियुक्ति पर नाराजगी जताई थी।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि हाल के आम चुनाव के दौरान सिद्धू अमृतसर विधानसभा क्षेत्र में 30 हजार मतों से पीछे रह गए थे। वहां से पिछली दफा चिन्ना ने चुनाव लड़ा था। पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि चिन्ना ने चुनाव के दौरान उनके विरोध में काम किया था।

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