वित्त मत्री प्रणव मुखर्जी सोमवार को लोकसभा में अपने बजट भाषण के दौरान अल्पसंख्यक कल्याण का पैरा पढ़ना भूल गए। पृष्ठ संख्या बारह पर 53 और 54 नम्बर के पैराग्राफ में अल्पसंख्यकों के हित की बातें हैं लेकिन अपनी रौ में बढ़ते प्रणव दा इन्हें अनदेखा कर सीधे 55 नम्बर पैरा को पढ़ने लगे। जल्द ही उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से माफी मांगते हुए पलटकर छूटे हुए पैराग्राफ को पढ़ा। वित्त मंत्री ने अल्पसंख्यक कल्याण के लिए 1740 करोड़ रूपए आवंटित करने का ऎलान किया जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 74 फीसदी अधिक है। साथ ही बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और केरल के मल्लपुरम में अपने कैंपस खोलने का फैसला किया है। प्रत्येक कैंपस के लिए प“ाीस-प“ाीस करोड़ रूपए आवंटित किए जाएंगे।लालू को सोनिया ने देखा तक नहींपिछली सरकार में केंद्रीय रेल मंत्री बने लालू प्रसाद यादव अपने राजनीतिक जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। लालू लगभग पौने बारह बजे रघुवंश प्रसाद के साथ लोकसभा के अंदर आए। प्रणव मुखर्जी के बजट पेश करने के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित हो गई तब लालू तेजी से सत्तापक्ष की बेंच की ओर बढ़े जहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बैठी हुई थीं। उन्होंने भरसक कोशिश की कि सोनिया उनकी ओर मुखातिब हो जाएं किन्तु कांग्रेस अध्यक्ष ने देखना तक गंवारा नहीं किया और लालू हट गए।मुलायम की भी सुनवाई नहीं हुईसमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी वित्त मंत्री को उस समय टोका जब वे आयकर छूट संबंधी घोषणाएं कर रहे थे। मुलायम ने सांसद क्षेत्र विकास निधि के बाबत अपनी बात रखनी चाही लेकिन प्रणव मुखर्जी ने कहा कि इस मौके पर टोकना ठीक नहीं क्योंकि पूरा देश टकटकी लगाए उनकी बात सुनना चाह रहा है। स्पीकर के निर्देश पर मुलायम बैठ गए।जद (यू ) का वाकआउटबिहार में कोसी की बाढ़ से हुई भारी तबाही पर राहत पैकेज का ऎलान न करने पर जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव ने कड़ा विरोध जताया। भाजपा सांसद शाहनवाज हुसैन और अन्य ने भी उनका साथ दिया लेकिन वित्त मंत्री ने अनसुना कर दिया। नाराज शरद यादव अपनी पार्टी के सांसदों के साथ सदन से उठकर चले गए।ममता पीछे की पंक्ति मेंवित्त मंत्री, गृह मंत्री और सोनिया गांधी के साथ हमेशा पहली पंक्ति में बैठने वाले पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के उलट केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी सबसे पीछे की पंक्ति में बैठी थीं। वे बड़े मनोयोग से वित्त मंत्री का बजट भाषण सुन रही थीं। जब बंगाल में चक्रवर्ती तूफान आइला से हुई बर्बादी के लिए प्रणव मुखर्जी ने एक हजार करोड़ रूपए के आवंटन की घोषणा की तो ममता का चेहरा खिल गया। वे इस बाबत प्रणव मुखर्जी से पहले कई दफा मिल चुकी थीं।नहीं दिखीं नलिनी, रमन मौजूदसंप्रग सरकार के पिछले कार्यकाल में पी.सी. चिदम्बरम ने बतौर वित्त मंत्री जब भी आम बजट पेश किया उनकी पत्नी नलिनी चिदम्बरम दर्शक दीर्घा में सपरिवार मौजूद रहतीं थीं लेकिन सोमवार को लम्बे अरसे के बाद वे नजर नहीं आई। वजह चिदम्बरम अब गृह मंत्री हैं और आम बजट वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने पेश किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह इत्मीनान के साथ शुरू से अंत तक बैठे रहे।
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