राजधानी हरियाणा. चुनावी सभाओं व प्रत्याशियों के दौरे के दौरान हिंसक घटनाओं को चुनाव आयोग और प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस बाबत खुफिया तंत्र को गांव-ढाणियों तक सक्रिय करने के साथ ही जिला निर्वाचन व पुलिस अफसरों को फिर से निर्देश दिए गए हैं। राज्य में सुशील इंदौरा, रघुबीर कादियान और रामकुमार गौतम सहित कई प्रत्याशियों को पथराव व उग्र विरोध का सामना करना पड़ा है।
प्रत्याशियों की सुरक्षा के लिए मुकाबले वाली सीटों पर खुफिया जाल फैला दिया गया है। अधिकारी स्टार प्रचारकों के दौरे को लेकर भी खासा चिंतित हैं। इसके लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं। पिछले विस चुनाव के मुकाबले इस बार हिंसक वारदातें बढ़ी हैं। 2005 में मतदान के दिन बरवाला विस क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रणधीर धीरा के सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी गई थी। इसलिए संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर इस बार पुख्ता व्यवस्था रहेगी।
खून-खराबे की आशंका
खुफिया तंत्र को राज्य में खून-खराबे की आशंका है। इसलिए दूसरे प्रदेशों के प्रचारकों पर कड़ी नजर रहेगी। अन्य राज्यों से लगने वाले विस क्षेत्रों में पुख्ता कानून व्यवस्था के लिए विशेष बैठक की जा चुकी है, जिसमें राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के पुलिस अफसरों ने भाग लिया। हरियाणा पुलिस के अलावा इन राज्यों की पुलिस भी मतदान वाले दिन तक सीमाओं पर मुस्तैद रहेगी। अफसरों का इन रास्तों से कच्ची शराब, अवैध हथियार व फर्जी वोटरों के आने की आशंका भी है।
दर्ज होंगे केस
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पिछले दिनों हुई वारदातों को भी गंभीरता से लिया गया है और संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को मुकदमा दर्ज करने को कहा गया है। नेताओं को जनभावना को ठेस पहुंचाने वाले भाषण से बचने को कहा गया है।
डीजीपी ने दिए निर्देश
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता एचएएस जैदी ने बताया कि डीजीपी रंजीव दलाल ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता समीक्षा करने को कहा है। प्रत्याशियों से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी बात की आशंका है तो वे पुलिस को विश्वास में लेकर सभाएं करें। जनता से अफवाहों से सावधान रहने और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग की अपील भी की है।
प्रत्याशियों की सुरक्षा के लिए मुकाबले वाली सीटों पर खुफिया जाल फैला दिया गया है। अधिकारी स्टार प्रचारकों के दौरे को लेकर भी खासा चिंतित हैं। इसके लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं। पिछले विस चुनाव के मुकाबले इस बार हिंसक वारदातें बढ़ी हैं। 2005 में मतदान के दिन बरवाला विस क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रणधीर धीरा के सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी गई थी। इसलिए संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर इस बार पुख्ता व्यवस्था रहेगी।
खून-खराबे की आशंका
खुफिया तंत्र को राज्य में खून-खराबे की आशंका है। इसलिए दूसरे प्रदेशों के प्रचारकों पर कड़ी नजर रहेगी। अन्य राज्यों से लगने वाले विस क्षेत्रों में पुख्ता कानून व्यवस्था के लिए विशेष बैठक की जा चुकी है, जिसमें राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के पुलिस अफसरों ने भाग लिया। हरियाणा पुलिस के अलावा इन राज्यों की पुलिस भी मतदान वाले दिन तक सीमाओं पर मुस्तैद रहेगी। अफसरों का इन रास्तों से कच्ची शराब, अवैध हथियार व फर्जी वोटरों के आने की आशंका भी है।
दर्ज होंगे केस
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पिछले दिनों हुई वारदातों को भी गंभीरता से लिया गया है और संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को मुकदमा दर्ज करने को कहा गया है। नेताओं को जनभावना को ठेस पहुंचाने वाले भाषण से बचने को कहा गया है।
डीजीपी ने दिए निर्देश
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता एचएएस जैदी ने बताया कि डीजीपी रंजीव दलाल ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता समीक्षा करने को कहा है। प्रत्याशियों से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी बात की आशंका है तो वे पुलिस को विश्वास में लेकर सभाएं करें। जनता से अफवाहों से सावधान रहने और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग की अपील भी की है।
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