Friday, October 2, 2009

माओवादियों ने नीतीश को जान से मारने की धमकी दी

प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के एक कथित सदस्य ने मोबाइल फोन पर एसएमएस भेजकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जान से मारने की धमकी दी है। राज्य के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि एक निजी टीवी न्यूज चैनल के एक पत्रकार के मोबाइल फोन पर डब्लू नाम के कथित नक्सली ने मोबाइल फोन संख्या 09308670993 से यह एसएमएस भेजा है। एसएमएस में लिखा है आपके सीएम की जान खतरे में हैं अगर उन्हें बचाना चाहते हैं तो हमारे दो नेता रवि जी और विरेन सिंह को जेल से रिहा कर दें। सुबहानी ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था कडी कर दी गयी है और राज्य के पुलिस महानिदेशक आनंद शंकर और आईजी (ऑपरेशन)एस. के. भारद्वाज पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं। नैतिकता के आधार पर नीतीश इस्तीफा दें: पासवान लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने बिहार के खगड़िया जिले में बीती रात अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भूमि विवाद को लेकर 16 लोगों की गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है। पासवान ने शुक्रवार को यहां कहा कि उस इलाके में भूमि विवाद सालों से चला आ रहा है और प्रदेश सरकार इस समस्या के समाधान के लिए संवेदनशील होती तो ऐसी घटना नहीं घटती।
उन्होंने इस घटना की पटना हाई कोर्ट के किसी सेवानिवृत्त न्यायधीश से जांच कराने और मृतकों के आश्रितों को सरकार की ओर से तुरंत दस-दस लाख रुपये मुआवजे के रूप में और एक-एक सदस्य को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है। पासवान ने कहा कि इस तरह की घटना इस बात का परिचायक है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। प्रदेश के एलजेपी अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के साथ घटनास्थल के लिए रवाना होने से पूर्व पासवान ने इस घटना को कथित तौर पर सरकार प्रायोजित बताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर महादलित के नाम पर समाज को बांटने का आरोप लगाया। इस बीच, राज्य के डीजी (पुलिस)आनंद शंकर और आईजी (ऑपरेशन) एस. के. भारद्वाज विशेष कार्य बल की दो टुकड़ी और बिहार सैन्य पुलिस बल के गोरखा बटालियन की एक टुकडी के साथ पटना से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। राज्य के एडीजीपी (हेडक्वॉर्टर) नीलमणि ने बताया कि खगड़िया के जिलाधिकारी अभय कुमार और एसपी इंद्रानंद मिश्र घटनास्थल पर मौजूद हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने बताया कि भागलपुर के आईजी ए. आर. किन्नी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। नीलमणि ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले वाले लोग प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) के प्रति सहानुभुति रखते हैं पर यह जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि इस घटना को अंजाम देने के लिए उन्होंने नक्सलियों की मदद ली है कि नहीं। अलौली के प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश चंद्र ने बताया कि मृतकों में 14 कुर्मी जाति और दो कुशवाहा जाति के हैं और उनका इस इलाके के मुसहर जाति के लोगों से लंबे समय से भूमि विवाद चला आ रहा था।

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