राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक किरोडीलाल मीणा को कांग्रेस ने फिलहाल खाली हाथ लौटा दिया। उनकी न तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हो पाई और ना ही उन्हें पार्टी ने कोई भरोसा दिया है। कांग्रेस के रूख से मीणा खासे दुविधा में घिर गए हैं। वे तय नहीं कर पा रहे हैं कि ऎसे हालातों में क्या फैसला करेंक् उधर सूत्रों की मानें तो पार्टी ने दौसा को छोड 6 सीटों पर प्रत्याशी लगभग तय कर लिए हैं। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि इसी हफ्ते के आखिर तक सूची जारी करने की कोशिश होगी।मीणा की कांग्रेस के नेताओं से हुई मुलाकातों से लग रहा है कि पार्टी उनकी मांगों पर गौर नहीं करने जा रही है। हालांकि पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं, लेकिन सूत्र यही बता रहे हैं कि पार्टी ने दौसा को छोड बाकी सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिए हैं। दौसा से कांग्रेस चाहती है कि किरोडी उनके चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडें। कांग्रेस की इस शर्त ने मीणा को संकट में डाल दिया है। मीणा के अनुसार यदि वे कांग्रेस के चिन्ह पर चुनाव लडते हैं तो दल-बदल कानून के तहत उनकी विधानसभा की सदस्यता खतरे में पड जाएगी। बाद की कोई गारंटी नहीं है। साथ ही वे यह भी कहते हैं कि उनकी यदि बात नहीं बनती है तो भी उनकी कोशिश कांग्रेस को जिताने की ही रहेगी। इस बीच कांग्रेस की तरफ से फिलहाल किरोडी के मुद्दे पर कोई भी नेता कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
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