Thursday, April 9, 2009

पिया मिलन के बीच दीवार बनकर खडे हो गए चुनाव

चुनाव पिया मिलन के बीच दीवार बनकर खडे हो गए हैं। लोकसभा चुनाव के कारण दर्जनों शादियों की तिथियों में बदलाव करना पडा है। राशि और तिथि के हिसाब से कई लोगों को तो अब विवाह के लिए अक्टूबर-नवम्बर तक का इंतजार करना पडेगा। चुनाव के कारण बारातियों को ले जाने के लिए बसें नहीं मिल पा रही हैं। अगर मिल भी रहीं हैं तो बस मालिकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है। ऎसे में वर पक्ष वालों को दिक्कत हो गई है कि वे दुल्हन के दरवाजे पर कैसे पहुंचें। ज्योतिषाचार्य पंडित महादेव मिश्रा का कहना है कि मांगलिक कार्यों का शुभ मुहूर्त बिहार में चार अप्रेल से ही प्रारंभ हो गया है।इस माह 14, 16, 17, 22, 27, 28 तथा 29 को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं। इस दिन कई जोडे परिणय सूत्र में भी बंधने को तैयार हैं। परंतु अप्रेल माह में 16, 23 तथा 30 अप्रेल को लोकसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के दस दिन पूर्व से ही मतदानकर्मियों तथा सुरक्षाकर्मियों को लाने और ले जाने के लिए अधिकारियों द्वारा वाहनों की घर-पकड प्रारंभ कर दी जाती है, जिससे सडकों पर वाहनों की कमी हो जाती है। औरंगाबाद निवासी रामाधार प्रसाद का कहना है कि उनके लडके श्याम की शादी सारन के कन्हैया प्रसाद की पुत्री से 14 अप्रेल को होनी निश्चित थी। परंतु वाहनों के नहीं मिलने के कारण तिथि बदलनी पडी। मुजफ्फरपुर निवासी शंभू सिंह के पुत्र कमल की शादी अब ठंड के मौसम में होगी।

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