गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वोट बैंक के कारण ही मनमोहन सिंह यह कहने की हिम्मत कर पाए थे कि देश की संपत्ति पर मुसलमानों का पहला अधिकार है। वरना वे न कहते कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार गरीबों का है। इसी कारण रामविलास पासवान भी बांग्लादेशी घुसपैठियों को कानूनी वैधता देने की मांग करते हैं। प्रधानमंत्री ने एक दिन कहा था कि आतंकवादी की मां को रोते देख मैं रात को सो नहीं पाया। मुंबई हमले में मारे गए मासूमों को देखकर सिंह की नींद नहीं उड़ी? शर्म आनी चाहिए। गुजरात में कांग्रेस का हाल बुरा है। उसे उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे, इसलिए बीजेपी के कार्यकर्ताओं को मनाया और लुभाया जा रहा है। गुजरात में कांग्रेस वन डिजिट में चली जाएगी। यूपीए के घटक दल भी भाग खड़े हुए हैं। हर घटक का नेता खुद को भावी पीएम बता रहा है। आप किसी कांग्रेसी से पूछो कि उनके नेता कौन है तो वे यह नहीं कहेंगे कि मनमोहन सिंह हैं। इसकी तुलना में एनडीए में बिखराव नहीं है। हमारा विकास ही हमारी खासियत है। गुजरात में हर गांव को 24 घंटे बिजली, ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी है। देश की कृषि विकास दर 2. 50 प्रतिशत है, जब कि गुजरात ने इसे 14 प्रतिशत तक ऊंचा उठाया है। आप कांग्रेस का घोषणा पत्र पढ़िए, उसमें ठोस कुछ नहीं, सब गोलमाल। मुंबई हमले में पाक का हाथ होने के सबूत मिलने पर भी प्रधानमंत्री अमेरिका के पास गए। क्या हमारी सरकार खुद निर्णय नहीं कर सकती? जिनके बारे में आप सोच रहे हैं, उन्हें कोर्ट ने निर्दोष करार दिया है। क्यों बाहर से आए लोग ऐसी धारणा बनाते हैं कि गुजरात के मुसलमानों में हमारे प्रति अब भी गुस्सा है।
No comments:
Post a Comment