अमावस्या" को किसी भी महत्वपूर्ण कार्य के लिए "शुभ" मानने वाले तमिलनाडु के राजनेताओं ने इसी दिन गुरूवार को चुनावी गठबंधन संबंधी अपनी स्थिति को पूरी तरह से साफ कर दिया। हालांकि इस "शुभ" दिन पर होने वाला कोई भी निर्णय कांग्रेस और द्रमुक गठबंधन के लिए शुभ नहीं रहा। तमिलनाडु में यूपीए गठबंधन की सभी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए पीएमके ने यूपीए गठबंधन को "तलाक" देकर अन्नाद्रमुक का दामन थाम लिया। पीएमके ने गुरूवार को अपनी गठबंधन संबंधी स्थिति को साफ कर दिया है। आठ साल के लम्बे अंतराल के बाद अन्नाद्रमुक का दामन थामने की "औपचारिक" घोषणा भी पीएमके की आम परिषद की बैठक के बाद कर दी गई।बैठक में पीएमके के यूपीए और अन्नाद्रमुक में से किसी एक को चुनने के लिए पार्टी के सदस्यों से वोट देने को कहा गया। बताया गया है कि बैठक में शामिल 2,453 लोगों ने अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन का पक्ष लिया जबकि यूपीए के साथ गठबंधन चाहने वाले केवील 117 सदस्य ही रहे। पार्टी के दस सदस्यों ने इस मामले में किसी का पक्ष न लेने का निर्णय लिया। हालांकि पार्टी की बैठक से पहले ही पीएमके संस्थापक एस. रामदास ने बुधवार को द्रमुक पर आरोपों की झडी लगाकर यह साफ कर दिया था कि उनका यूपीए गठबंधन में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है। उल्लेखनीय है कि अन्नाद्रमुक की तरफ से पीएमके को सात लोकसभा सीटों और एक राज्यसभा सीट का प्रस्ताव दिया गया था, जबकि द्रमुक गठबंधन पीएमके को एक राज्यसभा सीट के साथ 6 लोकसभा सीटें ही देने को तैयार था। लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने के साथ ही डीएमडीके संस्थापक विजयकांत ने अकेले ही चुनाव लडने की "औपचारिक" घोषणा भी कर दी है। विजयकांत के प्रत्याशियों की पहली सूची में मा फोई फाउंडेशन मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स के संस्थापक पांडीय राजन भी शामिल हैं, जो विरूदुनगर निर्वाचन क्षेत्र से डीएमडीके के टिकट पर चुनाव लडेंगे। डीएमडीके की स्थापना के बाद अन्नाद्रमुक छोडकर डीएमडीके में शामिल होने वाले तत्कालीन राज्यसभा सदस्य एस. आस्टिन को पार्टी ने कन्याकुमारी से टिकट दिया है। डीएमडीके प्रत्याशियों की पहली सूची में कुल 9 लोगों के नाम शामिल हैं।
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