15वीं लोकसभा के लिए भोपाल संसदीय सीट का चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का अंतिम आम चुनाव होगा। इसके बाद उन्होंने संन्यास लेने का मन बना लिया है।भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के बाद जोशी दूसरे ऎसे दिग्गज हैं जिन्होंने इस तरह की घोषणा की है। गौर ने विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद घोषणा की थी, जबकि जोशी ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी मंशा जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वे संगठन के साथ जुडे रहेंगे। अपने आखिरी चुनाव को लेकर जोशी बेहद गंभीर हैं। रिकॉर्ड जीत के साथ वे पारी समाप्त करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने टिकट की घोषणा के बाद से ही कार्यकर्ताओं से मिलना-जुलना प्रारंभ कर दिया। बुधवार को उन्होंने रोड-शो प्रारंभ कर दिया। इस दौरान उनकी आवाज में टेप कैसेट भी बजाया जाता है। जोशी सुबह से दोपहर एक बजे तक और शाम को चार बजे से रात तक सघन जनसंपर्क कर रहे हैं। कैलाश जोशी बागली विधानसभा से आठ बार विधायक रह चुके हैं। भोपाल संसदीय सीट से वे एक बार सांसद चुने गए। जोशी 23 जून 1977 से 18 जनवरी 1978 तक मुख्यमंत्री रहे। जोशी के पुत्र व हाटपिपल्या से विधायक दीपक जोशी की भी ख्वाहिश है कि उनके पिता अपने अंतिम चुनाव में भरपूर कामयाबी हासिल करें। इसके लिए वे भी पूरी तरह जुटे हुए हैं और प्रचार में सहयोग कर रहे हैं। पिता और कार्यकर्ताओं के बीच वे सेतु बन गए हैं।
No comments:
Post a Comment