राजधानी भोपाल. में टेलीफोन और मोबाइल फोन कंपनियों द्वारा खोदी गई सड़कों की मरम्मत सात दिन में करवाने के वादे पर पहले दिन कोई अमल नहीं हुआ। न तो किसी सरकारी एजेंसी के पास सड़क की मरम्मत करने का निर्देश पहुंचा और न ही किसी एजेंसी ने स्वविवेक से सड़कें सुधारने की जहमत उठाई।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने बुधवार को विधानसभा में विधायक ध्रुवनारायण सिंह और आरिफ अकील को आश्वस्त करते हुए वादा किया था कि खुदाई के कारण खराब हरुई शहर की सड़कें एक सप्ताह के अंदर दुरुस्त कर दी जाएंगी। उक्त वादे के बाद गुरुवार को शहर के उन इलाकों का जायजा लिया, जहां सड़कें खुदी हुई हैं और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खुदाई की वजह से सबसे बुरी हालत पीरगेट-मोती मस्जिद सड़क पर देखने का मिली। करीब एक किलोमीटर लंबी इस महत्वपूर्ण सड़क पर से गुजरते वक्त लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। कई राहगीर तो मुंह पर कपड़ा बांध लेते हैं। लोगों से बातचीत में पता चला विगत एक माह से यही स्थिति बनी हुई है। दस दिनों से हालत काफी गंभीर है। यहां नगर निगम द्वारा प्रोजेक्ट उदय के तहत पाइपलाइन डालने के लिए खुदाई की गई है।
दुकानदारी हो रही चौपट
खुदाई और उड़ती धूल ने सड़क किनारे की दुकानों का धंधा चौपट कर दिया है। खरीदार दुकानों पर आने में कतरा रहे हैं। धूल से बचने के लिए दुकानदारों ने दुकान के बाहर प्लास्टिक लगा दी है। इसके बावजूद धूल दुकान के अंदर और सामान पर जम रही है, जिससे सामान खराब हो रहा है। दुकानदारों को दिन में दो बार सामान की और चार बार दुकान की सफाई करना पड़ रही है। गौरतलब है कि पुराने शहर से नए शहर में आने-जाने वाले अधिकांश लोग इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने बुधवार को विधानसभा में विधायक ध्रुवनारायण सिंह और आरिफ अकील को आश्वस्त करते हुए वादा किया था कि खुदाई के कारण खराब हरुई शहर की सड़कें एक सप्ताह के अंदर दुरुस्त कर दी जाएंगी। उक्त वादे के बाद गुरुवार को शहर के उन इलाकों का जायजा लिया, जहां सड़कें खुदी हुई हैं और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खुदाई की वजह से सबसे बुरी हालत पीरगेट-मोती मस्जिद सड़क पर देखने का मिली। करीब एक किलोमीटर लंबी इस महत्वपूर्ण सड़क पर से गुजरते वक्त लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। कई राहगीर तो मुंह पर कपड़ा बांध लेते हैं। लोगों से बातचीत में पता चला विगत एक माह से यही स्थिति बनी हुई है। दस दिनों से हालत काफी गंभीर है। यहां नगर निगम द्वारा प्रोजेक्ट उदय के तहत पाइपलाइन डालने के लिए खुदाई की गई है।
दुकानदारी हो रही चौपट
खुदाई और उड़ती धूल ने सड़क किनारे की दुकानों का धंधा चौपट कर दिया है। खरीदार दुकानों पर आने में कतरा रहे हैं। धूल से बचने के लिए दुकानदारों ने दुकान के बाहर प्लास्टिक लगा दी है। इसके बावजूद धूल दुकान के अंदर और सामान पर जम रही है, जिससे सामान खराब हो रहा है। दुकानदारों को दिन में दो बार सामान की और चार बार दुकान की सफाई करना पड़ रही है। गौरतलब है कि पुराने शहर से नए शहर में आने-जाने वाले अधिकांश लोग इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।
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