समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह के बयान से राष्ट्रीय लोकदल के नेता नाराज हो गए हैैं। इसके पीछे सपा के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह का वह बयान है जिसमें उन्होंने कहा है कि मथुरा लोकसभा सीट पर चौधरी अजीत सिंह के पुत्र जयन्त चौधरी को हराने के लिए पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड चुके हैं। अमर सिंह के बयान पर रालोद के राष्ट्रीय महासचिव और विधान परिष्ाद सदस्य मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि यादव को चौ. चरण सिंह के उपकारों को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि वषग् 1980 में जब मुलायम सिंह चुनाव हार गये थे तो चौ. चरण सिंह ने उन्हें प्रदेश लोकदल का अध्यक्ष और विधान परिषद में प्रतिपक्ष का नेता भी बनाया था।अजीत सिंह ने मुलायम को मुख्यमंत्री बनाने में मदद की थी। अब अमर सिंह जिस तरह के बयान दे रहे हैं उनसे रालोद के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तकलीफ हुई है। चौहान ने कहा कि सपा और बसपा मिले हुए हैं इसलिए सपा ने बसपा को लाभ पहुंचाने के लिए मथुरा सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। इसी तरह वाराणसी से भाजपा विधायक अजय राय को तोडकर वाराणसी लोकसभा सीट से खडा किया है इससे भी बसपा को लाभ होगा। मुजफरनगर और गाजियाबाद में भी इसी तरह से सपा की चालें चल रही हैं और वहां प्रत्याशी नहीं खडे किए जा रहे हैं। सपा और बसपा के शासन में भ्रष्टाचार और अपराधीकरण को बढावा दिया है।
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