कांग्रेस मुख्यालय में आस्था दिखाने, निष्ठा प्रकट करने के बहाने अपना हित साधने का आज एक और ड्रामा हुआ। परन्तु शनिवार को 24 अकबर रोड के पेड पर चढकर घंटे भर हंगामा करने वाला शख्स जलेसर का पूर्व विधायक प्रेमपाल सिंह सम्राट की जब असलियत सामने आई तो पता चला कि वह तो इस खेल का बहुत पुराना खिलाडी है। पांच साल पूर्व सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री पद ठुकराने पर 10 जनपथ के बाहर पेड पर चढकर आत्महत्या की धमकी देकर सबका ध्यान खींचने की नौटंकी वह पहले भी कर चुका है। वाकया शाम लगभग 4.45 बजे का है। कांग्रेस मुख्यालय में जैसे ही नियमित प्रेस ब्रीफिंग खत्म हुई पहले से ताक में बैठा प्रेमपाल पेड पर चढ गया। ऊपर की टहनी में बैठकर वह जोर-जोर से नारे लगाने लगा। शोर सुनकर भीड एकत्र हो गई। सब यह जानने को उत्सुक थे आखिर वह चाहता क्या है। टीवी वालों को देखकर प्रेमपाल का जोश और बढ गया। करीब 15 मिनट बाद पुलिस और फायर बिग्रेड भी आ गई। सभी उसे नीचे उतरने के लिए मनाने लगे। वह राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रहा था। नारेबाजी के साथ पेड से जैसे उसने अपना बायोडाटा फेंकना शुरू किया सारा माजरा समझ में आ गया। दरअसल प्रेमपाल हाथरस सुरक्षित सीट से टिकट चाहता है। जिसके लिए उसने यह सब किया। करीब एक घंटे तक सबको परेशान करने के बाद टीवी वालों से बात करने के लालच में आकर वह पेड से उतरा कि घात लगाकर बैठे पुलिस वाले उसे दबोचकर थाने ले गए। जब यह सारी नौटंकी चल रही थी कांग्रेस मुख्यालय में कोई भी बडा नेता मौजूदा नहीं था। प्रेस के बात करने के लिए आई प्रवक्ता जयंती नटराजन को जब सारा माजरा पता चला तो वह तब तक मीडिया कक्ष में जमी रहीं जब तक मामला सुलझ नहीं गया। प्रेमपाल इस तरह की नौटंकी पहले भी कर चुका है। 5 मई 1984 को पहली बार वह लोकसभा की दर्शकदीर्घा से कूदकर सुर्खियों में आया था। मई 2004 में 10 जनपथ के सामने पेड पर चढकर आत्महत्या की धमकी देकर सबको पशोपेश में डाल चुका है।
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