क्षेत्र के महाराजावास गांव में एक परिवार पर जानलेवा हमला व चोरी के अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में बहरोड विधायक जसवंत यादव व ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस थाने के बाहर धरना दिया।
विधायक यादव का आरोप था कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढती जा रही हैं। पुलिस की उदासीनता से जनता परेशान है। महाराजावास गांव गत दिनों चोरों ने एक घर में महिलाओं पर जानलेवा हमला किया, लेकिन पुलिस अब तक बदमाशों को नहीं पकड सकी। उल्टे शांतिपूर्ण तरीके से कार्रवाई की मांग कर रहे महाराजावास के ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए गए। विधायक ने पुलिस पर मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। विधायक और ग्रामीण धरना सुबह नौ बजे से शाम साढे चार बजे तक करीब सात घंटे थाने के बाहर मार्ग पर बैठे रहे। जिससे जाम लग गया और वाहन फंसे रहे।
दोपहर दो बजे एडिशनल एसपी राजेन्द्र चौधरी व एसडीएम जवाहर चौधरी ने विधायक व ग्रामीणों से वार्ता की। जिसमें महाराजावास की घटना के बाद वहां चक्काजाम करने वालों के खिलाफ पुलिस की ओर से दर्ज वापस लेने की मांग रखी गई। अधिकारियों ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हुए और विधायक के साथ गिरफ्तारी देने थाने के अंदर जाकर बैठ गए। अधिकारियों से चोरी व हमले के अभियुक्तों की अविलम्ब गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण लौट गए।
200 पुलिसकर्मी लगाएधरने को लेकर थाना व आस पास क्षेत्र में लगभग 200 पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया। थाने के आसपास बैरीकेट्स भी लगाए गए और तीन मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए। धरने के चलते सात घण्टे तक मार्ग अवरूद्ध रहा। लोगों को परेशानी का सामना करना पडा।
धरने पर बैठने वालों में भाजपा जिला महामंत्री बलवान सिंह, जिला पार्षद महेन्द्र यादव, सुभाष चन्द गुप्ता, सुरेश यादव, प्रधान राजकपूर, कर्नल बलवन्त सिंह, भाजपा मण्डल अध्यक्ष कपिल वैद्य, देवेन्द्र यादव, रामवतार रावत, शिवचरण यादव, पार्षद मुकेश यादव, अशोक व सत्येन्द्र, प्रेम सेठ, दयावन्त, विजय कुमार, दलीप मुनी, रघुनाथ सिंह, बार संघ अध्यक्ष सुबेसिंह यादव, सरपंच महेन्द्र सिंह, कैलाश यादव आदि शामिल थे।
विधायक यादव का आरोप था कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढती जा रही हैं। पुलिस की उदासीनता से जनता परेशान है। महाराजावास गांव गत दिनों चोरों ने एक घर में महिलाओं पर जानलेवा हमला किया, लेकिन पुलिस अब तक बदमाशों को नहीं पकड सकी। उल्टे शांतिपूर्ण तरीके से कार्रवाई की मांग कर रहे महाराजावास के ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिए गए। विधायक ने पुलिस पर मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। विधायक और ग्रामीण धरना सुबह नौ बजे से शाम साढे चार बजे तक करीब सात घंटे थाने के बाहर मार्ग पर बैठे रहे। जिससे जाम लग गया और वाहन फंसे रहे।
दोपहर दो बजे एडिशनल एसपी राजेन्द्र चौधरी व एसडीएम जवाहर चौधरी ने विधायक व ग्रामीणों से वार्ता की। जिसमें महाराजावास की घटना के बाद वहां चक्काजाम करने वालों के खिलाफ पुलिस की ओर से दर्ज वापस लेने की मांग रखी गई। अधिकारियों ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हुए और विधायक के साथ गिरफ्तारी देने थाने के अंदर जाकर बैठ गए। अधिकारियों से चोरी व हमले के अभियुक्तों की अविलम्ब गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने पर ग्रामीण लौट गए।
200 पुलिसकर्मी लगाएधरने को लेकर थाना व आस पास क्षेत्र में लगभग 200 पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया। थाने के आसपास बैरीकेट्स भी लगाए गए और तीन मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए। धरने के चलते सात घण्टे तक मार्ग अवरूद्ध रहा। लोगों को परेशानी का सामना करना पडा।
धरने पर बैठने वालों में भाजपा जिला महामंत्री बलवान सिंह, जिला पार्षद महेन्द्र यादव, सुभाष चन्द गुप्ता, सुरेश यादव, प्रधान राजकपूर, कर्नल बलवन्त सिंह, भाजपा मण्डल अध्यक्ष कपिल वैद्य, देवेन्द्र यादव, रामवतार रावत, शिवचरण यादव, पार्षद मुकेश यादव, अशोक व सत्येन्द्र, प्रेम सेठ, दयावन्त, विजय कुमार, दलीप मुनी, रघुनाथ सिंह, बार संघ अध्यक्ष सुबेसिंह यादव, सरपंच महेन्द्र सिंह, कैलाश यादव आदि शामिल थे।
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