भारतीय रेल और राजस्थान पर्यटन के संयुक्त सहयोग से चलाई जा रही राजस्थान की शाही रेल "पैलेस ऑन व्हील्स" को राजस्थान की पर्यटन मंत्री बीना काक ने बुधवार सायं हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से रवाना किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि राजस्थान में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नए पर्यटन सर्किटों का विकास किया जाएगा। विशेषकर हाड़ौती सर्किट एवं शेखावटी सर्किट में कोटा, झालावाड़, बूंदी आदि क्षेत्रों की हवेलियों आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।काक ने बताया कि पैलेस ऑन व्हील्स देश की एकमात्र पहली ऎसी शाही रेलगाड़ी है जो मुनाफे में चल रही है। पर्यटकों में सफर का उत्साह बढ़ाने के लिए इस लग्जरी गाड़ी का किराया कम करने के लिए रेल मंत्रालय से गुहार की जा रही है। पर्यटकों के लिए वाई-फाई सिस्टम, लाइब्रेरी, पार्लर आदि की सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे।राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. मंजीत सिंह ने कहा कि टे्रन में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए इसमें इंटरनेट की सुविधा शुरू की गई है। इसके अतिरिक्त ट्रेन की आंतरिक सज्जा के लिए कई तरह के बदलाव किए गए हैं।राजस्थान पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक जे.पी. पाठक ने बताया कि टे्रन दिल्ली से जयपुर, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, आगरा होते हुए अपनी साप्ताहिक यात्रा पूरी करके दिल्ली लौटेगी। उन्होंने बताया कि ऑफ सीजन में टे्रन का किराया 370 डॉलर प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि है तथा सितम्बर माह में अपने नियमित यात्रा के दौरान इस टे्रन का किराया 500 डॉलर प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि रखा गया है। पैलेस ऑन व्हील्स के महाप्रबंधक प्रमोद शर्मा ने बताया कि शाही रेलगाड़ी की इस पहली यात्रा में कुल 34 पर्यटक रवाना हुए हैं। जिसमें भारत के अतिरिक्त अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा के कई देशी-विदेशी पर्यटक शामिल हैं। शाही रेलगाड़ी इस सत्र की अपनी दूसरी यात्रा पर 26 अगस्त को रवाना होगी।
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