मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के अधिकांश जिलों में औसत से कम वर्षा होने पर चिन्ता जताते हुए अकाल की स्थिति के संकेत दिए हैं। वे बुधवार शाम खेमारू गांव में पौधरोपण कार्यक्रम के बाद जन सभा को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर तो प्रदेश में अकाल के हालात उत्पन्न होने का खुलासा नहीं किया, लेकिन लोगों से अभी से अकाल जैसी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने की अपील की। गहलोत ने प्रदेश में बरसात नहीं होने, बिजली नहीं मिलने, पेयजल की समस्या, पशुधन के लिए चारे की व्यवस्था करने, महंगाई की मार, मंदी का दौर आदि समस्याओं का उल्लेख किया। उन्होंने पूर्व में प्रदेश में पडे अकाल के प्रबन्धन स्मरण कराते हुए कहा कि हम इस बार भी बेहतर प्रबन्धन कर लोगों को अकाल के समय में राहत देने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा उन लोगों को भी चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है, जिनके नरेगा में सौ दिन का रोजगार पूरा हो गया है। उन्होंने केन्द्र सरकार को इसके लिए लिखा है और जल्द ही आवश्यकता होने पर अतिरिक्त रोजगार दिया जाएगा। गहलोत ने प्रदेश की जनता से बिजली और पेयजल नहीं मिलने की अवस्था में सरकारी सम्पत्ति में तोडफोड नहीं करने की भी अपील की।
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