बीजेपी में रोज़-रोज़ की जूतम पैजार के बाद पार्टी में बदलाव की कमान परोक्ष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने खुद संभाल ली है। संघ के सभी शीर्ष नेता एक साथ दिल्ली में मौजूद हैं और इस बार वे हर हाल में बीजेपी के संकट को सुलझाना चाहते हैं। शुक्रावर को संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने बीजेपी में बदलाव के लिए सार्वजनिक रूप से तीन संदेश दिए। पहला, लालकृष्ण आडवाणी को विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा देना होगा। दूसरा, पार्टी अध्यक्ष पद से दिसंबर में राजनाथ सिंह की विदाई हो जाएगी। तीसरा, पार्टी के सभी फैसलों में आडवाणी और राजनाथ सिंह की संयुक्त भूमिका रहेगी। संघ ने बीजेपी में बदलाव के लिए इस बार दबाव बढ़ाकर इन दोनों नेताओं के सामने कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। साथ ही यह संकेत भी दे दिया है कि बीजेपी पर संघ की पकड़ ढीली नहीं हुई है।
इधर, संघ के नए तेवर से बीजेपी में हड़कंप मच गया है। भागवत ने पार्टी की दूसरी पंक्ति के चारों प्रमुख नेताओं अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू व अनंत कुमार को बुलाकर झंडेवालान में उनसे दो घंटे से ज्यादा लंबी चर्चा की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी में नए नेतृत्व को सामने लाने पर चर्चा हुई। इसके बाद ये चारों नेता ने एक साथ आडवाणी के घर पहुंचे और सारी स्थिति पर विचार-विमर्श किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक जिस फॉर्म्युले पर बीजेपी बढ़ रही है उसके मुताबिक सुषमा स्वराज आडवाणी की जगह विपक्ष की नेता, राजनाथ की जगह अरुण जेटली पार्टी अध्यक्ष और जेटली की जगह वेंकैया नायडू राज्यसभा में विपक्ष की नेता बन सकते हैं। आडवाणी आज भागवत से मिलने वाले हैं और पूरी संभावना है कि इस बैठक में वह उनके सामने इस फॉर्म्युले को पेश करेंगे। अगर, संघ प्रमुख इस पर मुहर लगा देते हैं, तो इसे अमल में लाया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह पहले ही संघ प्रमुख से मिलकर अपनी सफाई दे चुके हैं।NBT
इधर, संघ के नए तेवर से बीजेपी में हड़कंप मच गया है। भागवत ने पार्टी की दूसरी पंक्ति के चारों प्रमुख नेताओं अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू व अनंत कुमार को बुलाकर झंडेवालान में उनसे दो घंटे से ज्यादा लंबी चर्चा की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी में नए नेतृत्व को सामने लाने पर चर्चा हुई। इसके बाद ये चारों नेता ने एक साथ आडवाणी के घर पहुंचे और सारी स्थिति पर विचार-विमर्श किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक जिस फॉर्म्युले पर बीजेपी बढ़ रही है उसके मुताबिक सुषमा स्वराज आडवाणी की जगह विपक्ष की नेता, राजनाथ की जगह अरुण जेटली पार्टी अध्यक्ष और जेटली की जगह वेंकैया नायडू राज्यसभा में विपक्ष की नेता बन सकते हैं। आडवाणी आज भागवत से मिलने वाले हैं और पूरी संभावना है कि इस बैठक में वह उनके सामने इस फॉर्म्युले को पेश करेंगे। अगर, संघ प्रमुख इस पर मुहर लगा देते हैं, तो इसे अमल में लाया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह पहले ही संघ प्रमुख से मिलकर अपनी सफाई दे चुके हैं।NBT
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