कृषि एवं पशु पालन मंत्री हरजी राम बुडरक ने कहा कि अभी बारिश की उम्मीद जिन्दा है। एक सप्ताह में अगर बारिश हो जाती है, तो राज्य में अकाल के हालात नहीं रहेंगे। अन्यथा 80 फीसदी फसलों में खराबा हो सकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार काश्तकारों को कोई तकलीफ नहीं होने देगी व हर संभव मदद करेगी।
शुक्रवार को सर्किट हाउस में विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केन्द्र को प्रस्ताव भेजे हैं, जिससे अकाल प्रभावित काश्तकारों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मदद की जा सके। उन्होंने स्वीकार किया कि अकाल के हालात से राज्य में खाद्यान्न का तो संकट नहीं होगा। चारे और पानी का संकट हो जाएगा। सरकार इन विकट स्थितियों का मुकाबला करेगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। काश्तकारों को कृषि ऋणों की किश्तों में राहत तथा अन्य सहयोग किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चारे के संकट से निजात के लिए सिंचित क्षेत्र में चारे की बुवाई पर प्रोत्साहन योजना पर काम किया जाएगा। राज्य सरकार जैविक कृषि के विकास के प्रोत्साहन की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिजली-पानी को लेकर धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बिजली संकट का कारण बारिश नहीं होना है। सरकार इस संकट से उबरने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार अनुदान पर डीजल पंप उपलब्ध करवाने की योजना पर काम कर रही है। इसके अलावा सरकार सिंचित क्षेत्र में मुफ्त चारे के बीज उपलब्ध करवाने, नरेगा में 200 दिन का रोजगार देने के प्रस्तावों को भी लागू करवाने के प्रयास में है।
शुक्रवार को सर्किट हाउस में विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केन्द्र को प्रस्ताव भेजे हैं, जिससे अकाल प्रभावित काश्तकारों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मदद की जा सके। उन्होंने स्वीकार किया कि अकाल के हालात से राज्य में खाद्यान्न का तो संकट नहीं होगा। चारे और पानी का संकट हो जाएगा। सरकार इन विकट स्थितियों का मुकाबला करेगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। काश्तकारों को कृषि ऋणों की किश्तों में राहत तथा अन्य सहयोग किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चारे के संकट से निजात के लिए सिंचित क्षेत्र में चारे की बुवाई पर प्रोत्साहन योजना पर काम किया जाएगा। राज्य सरकार जैविक कृषि के विकास के प्रोत्साहन की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिजली-पानी को लेकर धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बिजली संकट का कारण बारिश नहीं होना है। सरकार इस संकट से उबरने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार अनुदान पर डीजल पंप उपलब्ध करवाने की योजना पर काम कर रही है। इसके अलावा सरकार सिंचित क्षेत्र में मुफ्त चारे के बीज उपलब्ध करवाने, नरेगा में 200 दिन का रोजगार देने के प्रस्तावों को भी लागू करवाने के प्रयास में है।
No comments:
Post a Comment