Monday, August 17, 2009

फिर हमले का खतरा

सीमापार आतंक को मौजूदा दौर की प्रमुख चुनौती करार देते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंककारी गुट भारत पर ताजा हमले की साजिश रच रहे हैं। आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल नवम्बर में मुम्बई में हुए आतंककारी हमलों के बाद उठाए गए कदमों के बावजूद हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार को इस बात की पुख्ता जानकारी है कि पाक में मौजूद आतंककारी देश पर नए हमले की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हालात सुधरने की बात तो कही, लेकिन कहा कि हाल के समय में घुसपैठ में बढोतरी भी देखी गई है। घुसपैठिए पहले से ज्यादा तैयार तथा अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं। आतंककारी और अलगाववादी गतिविधियों को हवा देने की साजिश की जा रही है। नक्सली हिंसा पर डॉ. सिंह का कहना था कि संकेत हैं कि वे और भी जबरदस्त कार्रवाई की फिराक में हैं।
ये भी चिन्ता की वजह-पूर्वोत्तर की ज्यादातर हिंसक घटनाएं असम और मणिपुर में। इनमें से करीब 30 प्रतिशत मणिपुर में ही।-महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों को साम्प्रदायिक शान्ति बनाए रखने के लिए विशेष तौर पर चौकस रहने की जरूरत।-बेशक राज्यों के पास संसाधनों की कमी है, लेकिन उन्हें केन्द्र की सीमाओं को भी ध्यान में रखना होगा।
प्रदेश को 'ए' श्रेणी के राज्यों में शामिल करेंमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीमावर्ती राज्य होने के नाते और आतंक की बढी हुई चुनौती को देखते हुए राजस्थान को 'ए' श्रेणी के राज्यों में शामिल करने तथा पुलिस बलों के आधुनिकीकरण को शत-प्रतिशत सहायता देने की केन्द्र से मांग की है। आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों की बैठक में गहलोत ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान 'बी' श्रेणी में आता है। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए प्रदेश को 'ए' श्रेणी में रखा जाना चाहिए। उन्होंने एनएसजी का हब जोधपुर में स्थापित करने व केन्द्र के प्रस्तावित 20 काउण्टर इमरजेंसी एवं आतंक निरोधक स्कूलों में से एक राज्य में खोलने का आग्रह किया।
राज्यों ने पुलिस को मजबूत नहीं कियासम्मेलन में केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने पुलिस बल को मजबूत बनाने और खुफिया सूचनाओं में साझेदारी के लिए राज्यों की ओर से पर्याप्त प्रयास नहीं करने पर असंतोष प्रकट किया। हमने राज्य सरकारों को एक प्रश्नावली देकर कई मुद्दों पर जानकारी मांगी थी, पर राज्यों की प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं थी। कई राज्य सरकारों ने अभी तक न तो पुलिस स्थापना बोर्डो को स्थापित किया है और न ही अन्य निर्देशों को पूरा किया है। गृह मंत्री ने राज्यों से एनएसजी और सीआईएसएफ की तर्ज पर विशेष बलों के गठन का भी आग्रह किया।
समुद्र से घुसपैठ नाकाम, 9 दबोचेभुज/अहमदाबाद। बीएसएफ ने गुजरात से सटे कोरी क्रीक इलाके से 9 पाक नागरिकों को गिरफ्तार करके घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी है। इनमें छह मछुआरे और तीन संदिग्ध लोग हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 26 नवम्बर को मुम्बई पर हमला करने वाले आतंककारी भी समुद्र के रास्ते से ही भारत में घुसे थे।

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