प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल से मुलाकात कर अपना और अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने नई सरकार के गठन तक उन्हें सरकार का कामकाज देखते रहने को कहा है।सिंह 20 या 22 मई को नई सरकार का गठन कर सकते हैं। राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह 20 या 22 मई को हो सकता है।संप्रग की संख्या 263 हुईलद्दाख से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत दर्ज करने वाले एक सांसद के नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) में शामिल होने के बाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के सदस्यों की संख्या 263 पहुंच गई है। नेकां संप्रग की घटक दल है। सरकार बनाने के लिए आवश्यक 272 के जादुई आंकडे से संप्रग अब महज 9 अंक ही दूर रह गया है।सीपीपी ब्ौठक आजमंगलवार को कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक होगी, जिसमें मनमोहन सिंह को औपचारिक रूप से संसदीय दल का नेता और सोनिया गांधी को सीपीपी का अध्यक्ष चुना जाएगा। डा. सिंह ने आज सुबह अपने निवास पर केन्द्रीय मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक बुलाई जिसमें 14 वीं लोकसभा को भंग करने और सरकार के इस्तीफा देने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री दोपहर साढे बारह बजे राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन गए और उन्हें इस्तीफा सौंपा। राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता अर्चना दत्ता ने बताया कि श्रीमती पाटिल ने डा. सिंह और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उन्हें नई व्यवस्था होने तक अपने पद पर बने रहने को कहा है। प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को इस्तीफा देने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए बिना वापस चले गए। केबिनेट बैठक में विदेशमंत्री प्रणव मुखर्जी, रक्षा मंत्री ए एंटनी, गृहमंत्री पी चिदम्बरम, कृषि मंत्री शरद पंवार, नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल, रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, रसायन एवं उर्वरक मंत्री रामविलास पासवान समेत मंत्रिपरिषद के सभी मंत्रीगण थे।
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