लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न मिलने से खफा मुख्यमंत्री और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती सोमवार को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त बोर्डों और आयोगों के उपाध्यक्षों और सदस्यों के इस्तीफों पर फैसला कर सकती हैं। बसपा को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करने के उद्देश्य से मायावती ने कई कार्यकर्ताओं को वर्ष 2007 में ही विभिन्न प्राप्त बोर्डों और आयोगों का उपाध्यक्ष बनाते हुए राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। इन राज्यमंत्रियों को अपनी संस्था से प्रतिमाह करीब तीस हजार रूपए तक वेतन लेकर पार्टी के लिए काम करना था। लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न मिलने पर मायावती ने इन करीब 125 राज्यमंत्रियों के इस्तीफे ले लिए हैं। अब सोमवार को होने वाली बैठक में मायावती इन इस्तीफों पर फैसला करेंगी।
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