महाराष्ट्र विधान मंडल के आज से शुरू विशेष सत्ता पक्ष के लिए घोषणाओं का सत्र साबित होने वाला है। इस सत्र में पहले विपक्षी नेता रामदास कदम ने मुख्मंत्री की चाय पार्टी में शामिल होकर यह संकेत दिया कि कामकाज चलने दिया जाएगा और विरोध जारी रखेंगे। इसका कारण इस अधिवेशन के चुनाव होने है, लिहाजा सत्तापक्ष को कार्यों की बौछार आम जनता तक पहुंचाना है। तो विपक्ष सरकार की नाकामियों को सत्र के मार्फत जनता तक पहुंचाने का प्रयास करेगा। वैसे चायपान के समय मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि इस अधिवेशन में १४ नए विधेयक पेश किए जाएंगे, साथ ही प्रलंबित विधेयकों को भी पास कराने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने बताया कि विपक्ष मुंबई पर २६ नवंबर २००८ में हुए आतंकी हमले की जांच करने वाली राम प्रधान समिति की रिपोर्ट पर शोर शराबा मचाने का प्रयास कर रहा है, जबकि उक्त रिपोर्ट अभी तक किसी ने देखी नहीं है। इस रिपोर्ट पर मुख्य सचिव व अतिरिक्त सचिव रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और उसे बाद में सत्र में पेश किया जाएगा। बता दें कि विपक्षी नेता रामदास कदम ने सदन में रामप्रधान समिति की रिपोर्ट पर सरकार से जवाब मांगने की बात कही थी। और पुलिस व सरकार को क्लीन चिट दिए जाने पर सवाल खड़ा किया था। साथ ही कदम ने इस हमले के आरोपी अजमल कसाब को तत्काल फांसी दिए जाने की भी मंाग की है। मुख्यमंत्री ने कसाब के मुद्दे पर कहा कि यह मामला अदालत में चल रहा है, अदालत का निर्णय आने पर उस पर तत्काल अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मराठा आरक्षण के मुद्देको संवेदनशील बताया और कहा कि इस पर सोचं समझ कर निर्णय लिया जाएगा।
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