प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नए मंत्रिमंडल में युवा व अनुभवी नेताओं को जगह दी जाएगी। ऎसे संकेत कांग्रेस ने रविवार को दिए। मंगलवार को होने वाली संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम की नेता के रूप में औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। इसके बाद कांग्रेस चुनाव पूर्व गठबंधन के दलों के साथ बैठक कर मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने की कोशिश करेगी। इस बीच रविवार को हुई कार्यसमिति की बैठक में जनता को धन्यवाद देने का प्रस्ताव पारित कर समिति के सभी सदस्यों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री व महासचिव राहुल गांधी को जीत की बधाई दी। पार्टी ने चौथे मोर्चे को लेकर सस्पेंस ही बनाए रखा।पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत सभी राज्यों के मुख्यमंत्री व अधिकांश सदस्य मौजूद थे। समिति ने मुख्यमंत्री गहलोत व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को भारी जीत की बधाई दी। इससे पूर्व रविवार सुबह राहुल गांधी ने वार रूम में जाकर नेताओं की बधाई स्वीकार की। सचिन पायलट, अशोक तंवर समेत कई युवा सांसदों ने उन्हें व कांग्रेस अध्यक्ष को जीत की बधाई दी। इन बैठकों के साथ ही मंत्रिमंडल के गठन को लेकर भी चर्चा होती रही।मुलायम व लालू को लेकर सस्पेंस ये दोनों नेता ही मीडिया में चर्चा का मुख्य केंद्र थे। कांग्रेस जो संकेत दे रही है उससे तो यही लग रहा है कि इनको मंत्रिमंडल में शायद ही जगह मिले। सूत्रों की मानें तो राहुल सपा को शामिल करने के कतई पक्ष में नहीं हैं। जहां तक लालू यादव का सवाल है तो उनके कांग्रेस अध्यक्ष से सीधे संबंध हैं इसलिए उनको लेकर थोडी उम्मीद बनी है।मंत्रिमंडल में पुराने चेहरेहालांकि कांग्रेस ने युवाओं को लेने की बात की है लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उनमें मौजूदा अधिकांश मंत्रियों के बने रहने की संभावना है। मसलन पी चिदंबरम, एके एंटनी, प्रणव मुखर्जी, शरद पंवार आदि। जहां तक नए चेहरों का सवाल है तो गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, ममता बनर्जी, फारूख अब्बदुला, मांटेक सिंह अहलुवालिया आदि के नाम लिए जा रहे हैं।राजस्थान की चर्चाराजस्थान से अनुभव के आधार में शीशराम ओला तो प्रबल दावेदार हैं ही इनके साथ ही नमोनारायण मीणा के साथ सचिन पायलट, गिरिजा व्यास व सीपी जोशी के नाम की भी चर्चा है।
No comments:
Post a Comment