Thursday, May 28, 2009

पानी का मोल समझना होगा : अशोक गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्तमान में पेयजल व्यवस्था को प्रदेश की सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए कहा है कि सभी को पानी का मोल समझना होगा। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर राजस्थान को हरित प्रदेश बनाने में सकारात्मक भूमिका निभानी होगी।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को प्रताप जयंती अवसर पर महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली गोगुन्दा में महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण समारोह में यह बात कही।गहलोत ने कहा कि प्रदेश में भूजल स्तर लगातार गिर रहा है । यह चिंता का विषय है ऐसे में सभी की जिम्मेदारी बनती है कि जल का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमने सभी अधिकारियों को भी पाबंद किया है कि वे पेयजल व्यवस्था के लिए समय पर कदम उठाए , तथा पेयजल से संबंधित योजना समय पर लागू करें।इस अवसर पर गहलोत ने अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर राजस्थान को हरित प्रदेश बनाने में भी सभी से आह्वान किया।विधानसभा के बाद लोकसभा में मिले जनादेश पर उपस्थित जन समूह का आभार जताते हुए गहलोत ने कहा कि आपने (जनता) अपना काम पूरा कर दिया है अब हमारी (सरकार) बारी है कि हम आपकी सेवा करें । जनता की सेवा करने में सरकार कोई कमी नहीं रखेगी।वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप को याद करते हुए गहलोत ने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम आते ही इतिहास के वो पन्ने याद आ जाते है, जिससे प्रेरणा मिलती है। प्रताप के संघर्ष की कहानी सुनने मात्र से रोंगटे खड़े हो जाते हैं। आज हमें उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है।गहलोत ने विश्वास दिलाया कि मेवाड़ कॉम्पलेक्स योजना के तहत जो भी काम बाकी रह गए है उन्हें समय रहते पूरा किया जाएगा।समारोह में पर्यटन मंत्री बीना काक, खेल मंत्री मांगीलाल गरासिया, उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा, विधायक पुष्कर डांगी, सज्जन कटारा, जिला प्रमुख केवलचन्द लबाना, गोगुन्दा प्रधान लालसिंह झाला, कांग्रेस के शहर जिलाध्यक्ष डा. मधुसूदन शर्मा, मनोहर सिंह कृष्णावत, लक्ष्यराज सिंह, रोहीताज सिंह, जिला कलेक्टर आनंद कुमार, एसपी अनिल पालीवाल, पर्यटन निदेशक सुनीता सरोच, जिला पर्यटन अधिकारी विकास पण्ड्या सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।झीलें देख व्यथित हुए गहलोतउदयपुर । सलूम्बर से गोगुन्दा जाते वक्त हेलीकॉप्टर में सवार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आसमान से उदयपुर की झीलों की हालत देख व्यथित हो गए। इस दौरान उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा भी गहलोत के साथ थे।गहलोत ने बुधवार को महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण समारोह (गोगुन्दा) में इस व्यथा का जिक्र करते हुए कहा कि आज मैंने हेलीकॉप्टर से देखा कि उदयपुर की झीलें सुख कर सपाट हो चुकी है तो बड़ा दु:ख हुआ। गहलोत ने कहा कि वास्तव में पानी नहीं तो कुछ नहीं । उन्होंने एक बार फिर उदयपुर का जिक्र करते हुए कहा कि उदयपुर में हर सड़क पर वृक्षारोपण करने वाली संस्था 'पानी राम' के बोर्ड लगे हुए है । इस 'पानी राम' की भावना राजस्थान के हर गांव में पहुंचनी चाहिए ।गहलोत ने कहा कि प्रताप के राज तिलक स्थल पर भी सघन वृक्षारोपण होना चाहिए ।कैचमेंट में अतिक्रमण ठीक नहींउदयपुर । आसमान से रीती झीलें देख व्यथित हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर की झीलों के कैचमेंट में अतिक्रमण या अवैध निर्माण नहीं होने की पैरवी की है।गोगुन्दा में बुधवार को महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण समारोह के ठीक बाद पत्रकारों से औपचारिक बात के दौरान गहलोत ने यह भावना व्यक्त की।गहलोत ने कहा कि पानी के बिना झीलें कुछ नहीं है, सबको इसकी चिंता करनी चाहिए ।मुख्यमंत्री का जब ध्यान दिलाया गया कि उदयपुर की पिछोला झील के कैचमेंट में अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है मगर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो रही है। इस पर चिन्ता जताते हुए गहलोत ने कहा ऐसा मामला हमारे ध्यान में लाओगे तो निश्चित तौर पर कार्यवाही होगी।गहलोत ने कहा कि झीलों के कैचमेंट में किसी प्रकार के अतिक्रमण नहीं होने चाहिए । एक अन्य सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा कि उदयपुर की झीलों के विकास से संबंधित जितनी भी योजना है उनको समय रहते पूरा करने के प्रयास किये जाएंगे।अब आंगनवाड़ी ऑन डिमाण्डउदयपुर । प्रदेश में जनता की डिमाण्ड (मांग) पर आंगनवाड़ी खोली जाएगी।पर्यटन मंत्री बीना काक ने बुधवार को गोगुन्दा में महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण समारोह में यह घोषणा की। काक ने देहाती अंदाज में बोलते हुए कहा कि 'जटे जतरी जरूरत वटे वतरी आंगनवाड़ी' ।उन्होंने कहा कि प्रदेश में ६ हजार आंगनवाड़ी तथा ३ हजार मिनी आंगनवाड़ी और खोली जाएगी। ताकि गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक छोटे बच्चों को लाभ मिल सके ।राजतिलक स्थली पर हुए कार्यों का जिक्र करते हुए बीना काक ने कहा कि यहां एक करोड़ १७ लाख के काम हुए है तथा जो भी काम बाकी रह गया उसे शीघ्र पूरा करवाया जाएगा।इस अवसर पर बीना काक ने महाराणा प्रताप से जुड़े स्थलों मायरा की गुफा का जिक्र करते हुए कहा कि मैं स्वयं वहां का मौका मुआयना करूगी उसके बाद वहां का विकास भी करवाया जाएगा।इस अवसर पर काक ने विधानसभा-लोकसभा में कांग्रेस को बड़ी जीत दिलाने के लिए मेवाड़ का आभार भी जताया ।

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