श्रम नियोजन एवं शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने एवं बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिये राज्य के प्रत्येक जिले में अगस्त माह से रोजगार मेले आयोजित किये जाएंगे। श्रम मंत्री शनिवार को उदयपुर के टीआरआई सभागार में आयोजित संभाग के श्रम, ईएसआई, रोजगार एवं बायलर्स से जुडे अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहेे थे। चिकित्सा, श्रमिक रोजगार एवं इस आदिवासी अंचल में कामगारों की जिलेवार समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य भर में एक अगस्त से 31 मार्च के मध्य राज्य भर के सभी जिलों में '' रोजगार मेले '' लगाये जाएंगे। इन मेलों में वे स्वंय या श्रम राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया स्वंय उपस्थित रहेंगे। कामगारों के ''श्रमिक परिचय पत्र'' बनाने वाला पहला राज्य :- श्रम एवं शिक्षामंत्री ने कहा कि राजस्थान से बाहर जाकर रोजगार चाहने वाले सभी कामगारों के लिये राज्य सरकार ने परिचय पत्र जारी कर राजस्थान पहला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि '' श्रमिक परिचय पत्र '' दिखाकर पत्र धारी कोई भी श्रमिक राज्य के बाहर नि:शुल्क ईलाज करवा सकता है। उन्होनें कहा कि सडक किनारे फुल बेचने वालों, ठेले पर सब्जी बेचने सहित इसी प्रकार के अन्य धन्धों से जुडे लोगों के लिये राज्य सरकार ने विश्वकर्मा अंशदायी पेंशन योजना प्रारम्भ की है। इस योजना में यदि कोई व्यक्ति एक वर्ष में एक हजार रुपये निवेश करता है तो राज्य सरकार अंशदान के रुप में एक हजार रुपये देकर पेंशन प्रारम्भ करेगी। इसी राशि से उसे आजीवन पेंशन मिलती रहेगी। बैठक में श्रम एवं नियोजन राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया ने अधिकारियों से कहा कि यह विभाग जनसेवा का महत्वपूर्ण विभाग है इसलिये विभागीय एवं समझौता अधिकारी श्रमिकों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाएं।श्रम आयुक्त अंजना दीक्षित एवं मुख्य निरीक्षक (फैक्ट्री एवं बायलर्स) एल.एल. आर्य ने विभागवार उपलब्धि की जानकारी मुख्य अतिथि को दी। बैठक में रोजगार निदेशक हनुमंत सिंह भाटी संयुक्त श्रम आयुक्त सत्यव्रत शर्मा एवं इएसआई निदेशक कुसुम माथुर सहित उदयपुर संभाग के अधिकारीगण मौेजूद थे।
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