मंत्रिमंडल के २८ मई को होने वाले विस्तार को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन ङ्क्षसह और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी के मध्य आज शाम मैराथन बातचीत के बीच इस बात के ठोस संकेत मिले हैं कि ५० से ५५ सदस्यों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाएगा।राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता अर्चना दत्ता के अनुसार मनमोहन मंत्रिमंडल के विस्तार के लिये नये मंत्रियों को २८ मई को सवेरे साढ़े ११ बजे शपथ दिलाई जाएगी।कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि सहयोगी दलों के साथ मंत्रिपरिषद की सीटों का मामला तय हो गया है और अब विभिन्न क्षेत्रों, राज्यों और समूहों के बीच संतुलन साधने की कवायद चल रही है। डा. ङ्क्षसह समेत २० सदस्यीय मंत्रिमंडल में अभी तक अनुभव को तरजीह दी गयी थी जबकि बृहस्पतिवार के विस्तार में हर प्रकार का संतुलन देखने को मिलेगा।मंत्रिमंडल को संतुलित रूप देने के लिए कांग्रेस में सघन विचार मंथन जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष के निवास पर आज पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई और शाम को श्रीमती गांधी और डा. ङ्क्षसह के बीच लम्बी मंत्रणा चली। इस बैठक में पार्टी के भीतर मंत्रिपद के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। पार्टी के कोटे के मंत्रियों और उनके विभागों को लेकर जबर्दस्त खींचतान जारी है और इसी के चलते अब तक कांग्रेस के १३ कैबिनेट मंत्रियों को विभाग नहीं दिए जा सके हैं जिन्होंने २२ मई को शपथ ग्रहण की थी।सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को मंत्रिमंडल में मिलने वाले स्थानों का फैसला हो चुका है और अब प्रधानमंत्री एवं पार्टी अध्यक्ष के बीच कांग्रेस के संभावित मंत्रियों और उनके विभागों का निर्णय किया जा रहा है। विस्तार में कांग्रेस के ३५ सदस्यों के शामिल होने की सम्भावना है। द्रमुक को सात, तृणमूल कांग्रेस को छह और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को दो मंत्री पद मिलने की सम्भावना है।विस्तार में क्षेत्रीय और राज्यों की भावनाओं को समुचित स्थान दिया जाएगा और महिलाओं एवं युवाओं को भी बेहतर प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश, केरल और पश्चिम बंगाल को समुचित प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद की जा रही है जो कांग्रेस के लिए भविष्य का रास्ता तय करेंगे।महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश को भी पुरस्कृत किया जाएगा जहां कांग्रेस ने अपने दुर्ग बचाए रखे हैं और राजस्थान को खास तवज्जो दी जाएगी जहां कांग्रेस ने विपक्षी भाजपा का लगभग सफाया कर दिया।खबरें ये भी हैं कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आठ मंत्री पद मांगे हैं जिनमें से एक कैबिनेट और सात राज्य मंत्री के हैं। उनकी पार्टी को एक कैबिनेट और छह राज्यमंत्री देने का फैसला पहले ही हो चुका है। सूत्रों ने हालांकि कहा कि तृणमूल कांग्रेस के साथ कोई विवाद नहीं है। बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल को फिर से नागर विमानन मंत्रालय दिया जा सकता है। कांग्रेस के भीतर भी मंत्रालय आवंटन को लेकर खींचतान देखने को मिल रही है लेकिन सूत्रों ने कहा कि ऐसे मसलों का समाधान हो गया है।
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