Thursday, May 28, 2009

मंदी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को संकट से उबारना प्राथमिकता : प्रणव मुखर्जी

वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पिछली सरकार के दौरान वामपंथियों के दबाव में लम्बित पडे आर्थिक सुधारों को लागू करने की बात कही है। प्रणव ने कहा है कि संप्रग सरकार के वादे के मुताबिक जुलाई के पहले सप्ताह में बजट पेश कर दिया जाएगा। मुखर्जी ने कहा कि वैश्विक मंदी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को वर्तमान संकट से उबारना उनकी प्राथमिकता है, हालांकि ऎसा करते समय वित्तीय अनुशासन का भी ध्यान रखा जाएगा। बजट "आम आदमी" पर केन्द्रित : वित्त मंत्रालय का कार्यभार सम्भालने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में प्रणव ने कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र के मुताबिक सरकार गठन के 45 दिन के भीतर बजट पेश करना है और वे जुलाई के पहले हफ्ते में बजट पेश कर देंगे। मुखर्जी ने कहा कि आगामी बजट "आम आदमी" पर केन्द्रित होगा और इसमें मंदी से प्रभावित उद्योगों का भी ध्यान रखा जाएगा। कपडा, रत्न एवं आभूषण और लघु उद्योगों की समस्याओं पर गौर किया जाएगा। सरकार ढांचागत क्षेत्र की निवेश प्रक्रिया को मजबूत बनाएगी। ढांचागत परियोजनाओं की सूची की समीक्षा होगी और उन पर अमल तेज किया जाएगा। जहां जरूरत होगी, नीतियों और प्रक्रियाओं में सुधार भी होगा। कालेधन की रोकथाम : मुखर्जी ने कहा कि कालेधन की रोकथाम के लिए बना "प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉडिं्रग एक्ट" में संशोधन का विधेयक संसद में पारित हो चुका है। इस संशोधित कानून को जल्द अमल में लाया जाएगा।दस्तावेज सरकारी नहींएक भारतीय के स्विटजरलैंड के बैंक में जमा भारी भरकम राशि की वापसी के लिए भारत सरकार द्वारा फर्जी दस्तावेज भेजे जाने के सवाल पर मुखर्जी ने कहा कि वह सरकारी दस्तावेज नहीं हैं। जो भी दस्तावेज भेजे गए थे, वे संबंधित व्यक्ति के घर से छापे में जब्त दस्तावेज थे। इसमें सरकार की तरफ से कोई अतिरिक्त दस्तावेज नहीं भेजे गए।

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