Saturday, May 9, 2009

विकास नहीं हुआ तो मतदान का बहिष्कार

लोकसभा की 40 सीटों पर चार चरणों में हुए मतदान में लगभग 110 मतदान केन्द्रों पर "विकास नहीं तो वोट नहीं" नारे के साथ लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। राज्य निर्वाचन विभाग से प्राप्त आंकडों के मुताबिक नालंदा में18 मतदान केन्द्रों पर विकास के नाम पर मतदान का बहिष्कार किया गया। प्रथम चरण में 14 मतदान केन्द्रों पर, दूसरे चरण में 47 मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं ने वोट नहीं डाले। वहीं तीसरे और चौथे चरण में क्रमश: 27 तथा 22 मतदान केन्द्रों पर विकास का मुद्दा हावी रहा और मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। सासाराम संसदीय क्षेत्र के करीब एक दर्जन मतदान केन्द्रों पर मतदान का बहिष्कार किया गया। शिवसागर प्रखंड के चंदनपुर गांव में मतदाताओं ने वोट का बहिष्कार किया। स्थानीय निवासी रामदेव सिंह का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा इस बहिष्कार का संदेश केवल इतना था कि सिर्फ धरना, प्रदर्शन ही नहीं, वोट भी लोकतांत्रिक लडाई का हथियार है। वोट बहिष्कार के मुद्दे पर राज्य निर्वाचन विभाग के उप निर्वाचन पदाधिकारी कुमार अंशुमाली ने वोट बहिष्कार को उचित नहीं बताते हुए और कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

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