Thursday, March 5, 2009

पुराने साथियों के जुडने से जहां भाजपा प्रफुल्लित

राजग में पुराने साथियों के जुडने से जहां भाजपा प्रफुल्लित है, वहीं कुछ खास साथियों की नाराजगी उसे परेशान भी कर रही है। गुरूवार को असम गण परिषद फिर राजग के साथ आ गई, लेकिन इस बार हिस्सा बनने की बजाय उसके साथ सीटों पर समझौता हुआ है। तालमेल में असम की आठ सीटों पर भाजपा और छह पर अगप चुनाव लडेगी। परन्तु शिवसेना और जद (यू) जैसे बडे सहयोगियों से तालमेल पर चल रही रस्साकसी से राजग की चुनावी गाडी पटरी पर नहीं आ पा रही। राजग में राजनीतिक दलों के जुडने का सिलसिला जारी है। पहले इनेलो फिर रालोद और अब अगप, ये सारे पुराने साथी एक-एक कर वापस आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा को जितनी मशक्कत इन्हें लाने में नहीं हो रही उससे कहीं अधिक मेहनत उसे उन दलों को मनाने में करनी पड रही है जो हर कदम पर उसके साथ थे। राजग का अहम घटक शिवसेना महाराष्ट्र में सीट कम लेने को तैयार नहीं है। जिस तरह की घुडकी उस तरफ से आ रही है वह भाजपा के लिए ठीक नहीं है। कुछ इसी तरह की स्थिति जद (यू) को लेकर है। बिहार में वह भी भाजपा को अपने हिसाब से सीट देना चाहती है। इस मसले पर कई दौर की बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। यद्यपि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को ये सारे झंझावात निपट जाने का भरोसा है, लेकिन समस्या का हल निकालने का फार्मूला फिलहाल किसी के पास नहीं है। राजग के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही उठापटक पर राजनाथ सिंह सीधा जवाब देने से बचे, शिवसेना के सवाल पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की सिर्फ इतना कहा कि सभी से बातचीत चल रही है और जल्द फैसले से अवगत करा दिया जाएगा। गुरूवार को भाजपा मुख्यालय में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह की मौजूदगी में अगप के राजग में शामिल होने की औपचारिक घोषणा की गई। आडवाणी ने कहा कि यह गठबंधन केवल असम में ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वोत्तर राज्यों की 24 सीटों पर असर डालेगा। आडवाणी ने माना कि कुछ कसर रह जाने के कारण 2004 के चुनाव में अगप हमसे दूर हो गई थी, लेकिन अब वैसी स्थितियां नहीं आएंगी। अगप अध्यक्ष चन्द्र मोहन पटवारी ने उम्मीद जताई कि घुसपैठ के कारण देश की आंतरिक सुरक्षा पर जिस तरह से खतरा बढ रहा है, भाजपा-अगप के करीब आने से देश की राजनीति में परिवर्तन आएगा। इस मौके पर राजग के कार्यवाहक संयोजक शरद यादव भी उपस्थित थे।

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