Friday, March 13, 2009

बडी पार्टी के रूप में उभरेगा तीसरा मोर्चा

लोकसभा चुनाव के लिए नौ दलों ने तीसरा मोर्चा खडा कर दिया है। इसकी औपचारिक घोषणा यहां बेंगलूरू से 45 किमी दूर स्थित टूमकूर में एक विशाल रैली में की गई। 1988 में जनता दल के गठन के गवाह बने कर्नाटक से ही तीसरे मोर्चे के सफर का आगाज हुआ। इस ऎतिहासिक मौके पर सीपीएम नेता प्रकाश कारत, सीपीआई के नेता एबी बर्धन, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौडा, बहुजन समाजवादी पार्टी की ओर से मायावती के प्रतिनिधि सतीश चंद्र मिश्रा, अन्नाद्रमुक के वी मैत्रेयन, टीआरएस, आरएसपी, फारवर्ड ब्लॉक और भजनलाल की हरियाणा जनहित पार्टी के नेता मौजूद थे। रैली को संबोधित करते हुए सीपीएम नेता प्रकाश कारत ने कहा कि यह जनतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और वामपंथियों पार्टियों के एक मंच पर आने का ऎतिहासिक मौका है। हम तीसरे मोर्चे के गठन का ऎलान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी गठबंधन देश की अधिसंख्य जनता के हितों, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और सामाजिक न्याय के लिए लडेगा। कारत ने कहा कि हम इसलिए एक साथ आए हैं क्योंकि देश को एक नए विकल्प की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें आर्थिक समस्याओं के समाधान में पूरी तरह नाकाम रही हैं।आजादी के 6 0 साल बाद भी देश की 23 करोड जनता गरीबी से जूझ रही है जबकि तीन साल से कम उम्र वाले 40 प्रतिशत बच्चों को भरपेट भोजन नहीं मिलता। अब भी 50 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीडित हैं जबकि 39 प्रतिशत जनता अशिक्षित है। करात ने 1996 की देवेगौडा सरकार की याद दिलाते हुए कहा कि वर्ष 1996 में पहली बार जनता ने यह महसूस किया कि देश का भविष्य कांग्रेस या भाजपा में नहीं है।सीपीआई नेता एबी बर्धन ने कहा कि तीसरा मोर्चा लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा और कांग्रेस की अपेक्षा बडे दल के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा आज की स“ााई है और देश में सबसे मजबूत ताकत के रूप में इसका उदय तय है। जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों से ऊब चुकी है। दरअसल भाजपा तो लोकसभा चुनावों के बाद तीसरे पायदान पर नजर आएगी। उन्होंने कहा कि बहुजन समाजवादी पार्टी की मयावती और अन्नाद्रमुक नेता जयललिता तीसरे मोर्चे को मजबूती प्रदान करेंगी। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री और एच.डी. देवगौडा ने लोगों से आगामी आम चुनावों में लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष सरकार चुनने की अपील की। रैली को संबोधित करते हुए माकपा नेता प्रकाश करात ने कहा यह ऎतिहासिक क्षण है जब सभी लोकतांत्रिक , धर्मनिरपेक्ष और वाम दल एक साथ तीसरे मोर्चे की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता गैर कांग्रेस और गैर भाजपा सरकार चाहती है। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंत्री एच डी देवेगौडा इस तीसरे मोर्चे की मुख्य ताकत हैं। इनके अलावा तीसरे मोर्चे में इन पार्टियों ने आज हाथ मिलाया- सीपीएम, सीपीआई, टीडीपी, टीआरएस, फारवर्ड ब्लॉक, आरएसपी, अन्नाद्रमुक और बहुजन समाज पार्टी।फिलहाल बसपा और अन्ना द्रमुक ने अभी तक तीसरे मोर्चे में शामिल होने का आधिकारिक एलान नहीं किया है। लेकिन, बेंगलूर की रैली में इन दोनों दलों के प्रतिनिधियों ने शामिल होकर साफ संकेत दिया है कि वे निकट भविष्य में मोर्चा में शामिल होंगे।

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