Thursday, March 5, 2009

चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश में

उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में होने वाले चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त एन.गोपालस्वामी तथा दो चुनाव आयुक्तों नवीन चावला और एस वाई कुरैशी ने सभी राजनीतिक दलों की बात सुनने के बाद गुरूवार को राज्य के आला अधिकारियों से बातचीत की और उनके सुझाव लिए। सूत्रों के अनुसार चुनाव आयुक्तों ने अधिकारियों से सुझाव मांगे हैं। चुनाव आयुक्त बिहार में चुनाव समीक्षा के लिए शुक्रवार सुबह पटना जाएंगे। इससे पहले बुधवार रात विपक्षी दलों ने निर्वाचन आयुक्तों से पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय सुरक्षा बल भेजने का आग्रह किया था। विपक्षी दलों का कहना था कि केन्द्रीय सुरक्षा बलों के बिना राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं। समाजवादी पार्टी ने तो निर्वाचन आयुक्तों को सात अधिकारियों के नाम भी दिए जो सरकार समर्थक हैं। सपा प्रतिनिधि ने कहा कि राज्य के केबिनेट सचिव, अपर केबिनेट सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हर मौके पर सरकार का समर्थन करते हैं और इनके रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। कांग्रेस का ज्ञापन: इस बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गोपालस्वामी को ज्ञापन देकर सुलतानपुर संसदीय सीट से बहुजन समाज पार्टी के घोषित प्रत्याशी मोहम्मद ताहिर खान और जिला प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसमें कहा गया है कि बसपा प्रत्याशी के समर्थन जुलूस में खुले आम शस्त्रों का प्रदर्शन किया गया। शस्त्रों का प्रदर्शन मतदाताओं को डराने के लिए किया गया।

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