सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा के गांव में गुरूवार को हुए भोज को चुनाव विभाग ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का मामला माना है और निर्णय के लिए इसे चुनाव आयोग को भेज दिया है। राज्य के निर्वाचन अधिकारी विनोद जुत्शी ने बताया कि मंडावरी में हुए इस भोज के बारे में दौसा कलक्टर की रिपोर्ट और वीडियोग्राफी की सीडी शुक्रवार को आ गई। इसे देख लिया गया है और लगता है कि यह आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है। ऎसे मामलों में क्या "एक्शन" लिया जाए, इस बारे में कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं, लिहाजा इसे चुनाव आयोग को भेज दिया गया है। जुत्शी ने बताया कि आयोग के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार राजनीतिक लोगों की ओर से किए जाने वाले ऎसे आयोजनों पर नजर रखी जा रही है। इसमें इस तरह के भोज, किसी जन्मदिन, वर्षगांठ या अन्य किसी उद्देश्य से किए जाने वाले आयोजन और धनबल का ऎसा उपयोग जिनसे वोटर प्रभावित होते हैं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में आयोग ही अंतिम निर्णय करते है, इसलिए यह मामला उनके पास भेजा गया है। गौरतलब है कि परसादीलाल मीणा ने अपने पोते के मुण्डन संस्कार पर गुरूवार को बडे भोज का आयोजन किया था। इस भोज में आस-पास के गांवों के करीब 20 हजार लोग शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी सहित कई मंत्री और नेता भी इस भोज में आए थे।जुत्शी ने बताया कि चुनाव विभाग शनिवार को प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेगा। इस बैठक में उन्हें आचार संहिता सम्बन्धी नियमों की बुकलेट का सैट दिया जाएगा और अन्य नियमों की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि वे अपने पोलिंग एजेंटो, बूथ लेवल एजेण्ट और अन्य कार्यकर्ताओं को इन नियमों की जानकारी दे सकें।
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