Friday, March 6, 2009

बसपा-सपा का गुंडाराज खत्म करने का समय आ गया : अजित सिंह

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों पर अजित सिंह की रालोद के साथ भाजपा के तालमेल की आधिकारिक घोषणा बाकी है लेकिन दोनों दलों के नेताओं ने शुक्रवार को संयुक्त प्रचार अभियान का श्रीगणेश कर दिया। भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, रालोद अध्यक्ष अजित सिंह और दोनों पार्टियों को साथ लाने वाले उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी अरूण जेटली ने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से एकजुट होकर विरोधी को ललकारने और परास्त करने का आह्वान किया। उनसे कहा गया कि प्रचार के दौरान वाहनों पर भाजपा व रालोद दोनों के झंडे और चुनाव चिह्न लगाएं। बेहतर कामकाज के लिए केंद्र से लेकर जिला स्तर तक समन्वय समितियां भी बनाई जाएंगी। राजनाथ ने राजग में रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) की वापसी में सार्थक भूमिका निभाने के लिए जेटली की भरपूर सराहना की। उन्होंने दोनों पार्टियों के लोगों से कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर इस गठबन्धन की सफलता आपके हाथों में है। इस दोस्ती को मतदान केंद्रों तक बनाए रखना होगा ताकि जनता संदेश समझे और राजग प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगाए। पंजाब में अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल के बाद हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला और अब रालोद के चौधरी अजित सिंह का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन के साथ जुडने से स्पष्ट हो गया है कि किसान सिर्फ राजग पर भरोसा करता है। ये सभी देश के कद्दावर किसान नेता हैं। उन्हें यकीन है कि केंद्र की संप्रग और उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार से बुरी तरह त्रस्त आम आदमी इस बार राजग को सत्तासीन करेगा। कार्यकर्ता बस इस बात को याद रखें कि एक और एक मिलकर ग्यारह हो जाते हैं। भाजपा-रालोद की ताकत के बल पर पश्चिमी उप्र की सीटों से बसपा और सपा को आसानी से उखाड फेकेंगे। अजित सिंह ने पूरे समन्वय के साथ चुनाव मैदान में उतरने की जोरदार अपील करते हुए कहा कि अब प्रदेश से बसपा-सपा का गुंडाराज खत्म करने का समय आ गया है। कार्यकर्ता राजग प्रत्याशी को अधिकतम वोट से विजयी बनाने को पहला और आखिरी लक्ष्य बनाकर प्रचार में जुट जाएं। अरूण जेटली ने बताया कि रालोद की वापसी की मुहिम उन्होंने पिछले साल जुलाई माह से शुरू कर दी थी और अब मार्च में साझा मंच पर आ सके। इतना समय लगने की एकमात्र वजह यह रही कि वे केंद्रीय स्तर पर कोई फैसला थोपना नहीं चाहते थे। उनकी कोशिश थी कि दोनों दलों के कार्यकर्ता मन से इस गठजोड के लिए राजी हो जाएं। हर किसी को भरोसे में लेने के बाद बात बनी। शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक उन्हें जो सहयोग मिला उसके लिए वे आभारी हैं। इस अवसर पर संगठन महासचिव रामलाल, उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष रामरमापति त्रिपाठी और रालोद सांसद अनुराधा भी मौजूद थीं।

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