Saturday, May 9, 2009

बिहार में अब न कराएं पुनर्मतदान-राजग

बिहार में उच्चस्तरीय जांच दल भेजने के चुनाव आयोग के फैसले के विरोध में शनिवार को जनता दल (यू) भी भाजपा के साथ मैदान में उतर पडा। राजग के बैनर तले दोनों दलों का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग पहुंचा और ज्ञापन देकर लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं का पालन करने की मांग की।राजग ने छह लोकसभा क्षेत्रों में कुछ बूथों पर पुनर्मतदान के बावजूद अचानक टीम भेजने के निर्णय को अपनी तरह का पहला उदाहरण करार देते हुए इस बात पर विशेष जोर दिया है कि बिहार में नए सिरे से पुनर्मतदान कतई न कराए जाएं। साथ ही यह आशंका जताई है कि आयोग ऎसे दलों के प्रति मेहरबानी दिखा रहा है जिन्हें अपनी हार की भनक लग चुकी है। उल्लेखनीय है कि सारण (छपरा) में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से कडी टक्कर मिलने की रिपोर्ट है। जिन क्षेत्रों के लिए आयोग ने उ“ास्तरीय जांच दल भेजा है उनमें महाराजगंज, औरंगाबाद, गया, जम्हुई, मुंगेर के साथ सारण भी शामिल हैं। इनमें पांच सीटों पर 16 अप्रेल को जबकि मुंगेर में 23 अप्रेल को वोट डाले गए थे। महाराजगंज के पांच, सारण के 6, औरंगाबाद के 8 और जम्हुई के तीन बूथों पर गत पांच मई को पुनर्मतदान हो चुका जबकि औरंगाबाद के 23 और गया के 16 बूथों पर शनिवार 9 मई को फिर से वोट पडेंगे। ज्ञापन के अनुसार अभी तक मतदान के कुछ दिनों बाद चुनाव अधिकारी की अनुशंसा और शिकायतों के बाद पुनर्मतदान कराया जाता रहा है। पहली दफा ऎसा हुआ है कि मतदान के कई दिन बाद और पुनर्मतदान के बावजूद उ“ास्तरीय जांच दल भेजा गया। इस फैसले से इस आशंका को बल मिलता है कि आयोग ऎसी पार्टियों को खुश करना चाहता है जो अपने नतीजों के निराशाजनक रहने की संभावना से बेचैन हैं। भाजपा से विजय कुमार मल्होत्रा, एस.एस. अहलुवालिया, शाहनवाज हुसैन, आर. रामकृष्णा जबकि जनता दल (यू) से के.सी. त्यागी व जावेद रजा आयोग पहुंचे।

No comments: