माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य तथा मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस आतंक और हिंसा की राजनीति की जननी है। गठन के बाद से ही यह पार्टी राज्य में अस्थिरता फैलाने की कोशिश में लगी है। भट्टाचार्य सोमवार को कोलकाता प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोल रहे थे।मुख्यमंत्री ने राज्य में 1971-72 के हालात की चर्चा करते हुए कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय के कार्यकाल के दौरान नक्सली आंदोलन की आड में बंगाल को इसी तरह से हिंसा की आग में झोंक दिया गया था। आज की नई पीढी बंगाल में हिंसा के उस दौर से अनभिज्ञ हैं। हमें पता है कि नक्सली गतिविधियां बढने से कितनी अशांति होती है और लोगों का नुकसान।राज्य में वैसी ही स्थिति तृणमूल कांग्रेस पुन: बनाना चाहती है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण लालगढ और नंदीग्राम की घटना है। मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग समस्या का शीघ्र हल निकालने का भरोसा दिलाया। केंद्र में गैर भाजपा सरकार के गठन पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें कांग्रेस से कोई परहेज नहीं है।जरूरत पडने पर कांग्रेस से समर्थन लेने या देने पर विचार किया जा सकता है। इस पर चर्चा चुनाव परिणाम आने के बाद 18 मई को पोलित ब्यूरो की बैठक में होगी। उन्होंने कहा कि 2004 में भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस को समर्थन देने के अलावा अन्य कोई उपाय नहीं था।इस बार विकल्प के रूप में तीसरा मोर्चा तैयार है। केंद्रीय राजनीति में जाने से इनकार करते हुए बुद्धदेव ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में ही रहना पसंद करेंगे। प्रधानमंत्री जैसे पद पाने की उनमें कोई इच्छा नहीं है। उनका प्रमुख सपना सिंगुर में उद्योग लगाना है। सिंगुर की जमीन लौटाने से इनकारउन्होंने कहा कि सिंगुर में कार परियोजना के लिए अधिग्रहण की गई जमीन अनिच्छुक किसानों को नहीं लौटाई जाएगी। सिंगुर में जमीन का अधिग्रहण उद्योग लगाने के लिए किया गया है और वहां उद्योग ही लगेगा। इस बारे में सरकार विपक्ष से कोई बात नहीं करेगी। उन्होंने स्वीकारा कि नंदीग्राम में उनसे गलती हुई थी। इसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी थी, लेकिन सिंगुर में उन्होंने कोई गलती नहीं की है। सिंगुर के 80 फीसदी किसानों ने मुआवजा ले लिया है। बंगाल का गौरव बढा बुद्धदेव ने कहा कि बंगाल का गौरव बढा है। बाहर से भारी मात्र में पूंजी का निवेश किया जा रहा है। सिंगुर एक अपवाद है। सिंगुर को बंगाल से जोडकर नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितनी पूंजी बंगाल में आई है, उतनी किसी भी प्रदेश में नहीं आई। हर क्षेत्र में निवेश हुआ है। चाहे व सीमेन्ट हो या स्टील, रियल एस्टेट हो या आई.टी. हब। नंदीग्राम का केमिकल हब को नयाचर में ले जाया जा रहा है। वहां भी नंदीग्राम भूमि बचाओ कमेटी के बैनर तले आंदोलन हो रहा है।
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