Monday, May 11, 2009

आज हमारे पास अति आत्मविश्वास नहीं : आडवाणी

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के नेताओं ने रविवार को दावा किया कि उनका गठबंधन पूरी तरह एकजुट है और उनका गठबंधन ही देश में स्थिर सरकार दे पाएगा। पंजाब में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में 13 मई को हो रहे चुनाव के प्रचार के लिए यहां आयोजित राजग की रैली में गठबंधन के विभिन्न घटक दलों के नेताओं ने दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन बिखर रहा है जबकि उनका गठबंधन एकजुट है और उसमें नए घटक शामिल हो रहे हैं। राजग के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि राजग गठबंधन वर्ष 2004 का चुनाव अति आत्मविश्वास के कारण हार गया था लेकिन आज हमारे पास किसी प्रकार का अति आत्मविश्वास नहीं है और हम चीजों को समग्र रूप में ले रहे हैं। इसलिए इस बार राजग की ही सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि इस रैली के जरिए जनता में संदेश गया है कि यही एक गठबंधन है जो देश को मजबूत, निर्णायक और विकास के पथ पर ले जाने वाली सरकार प्रदान कर सकता है। आडवाणी ने कहा कि 1998 से 2004 तक राजग की सरकार रही। लेकिन 98 से 2009 के बीच लगभग 11 साल से राजग सत्ता से बाहर है फिर भी यह गठबंधन बरकरार है। वास्तव में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। आडवाणी ने कहा कि केंद्र में राजग की सरकार बनने पर वह सैनिक सुरक्षा, किसान और खेती से जुड़ी समस्याओं का निदान करते हुए देश को विश्व बिरादरी की अगली पांत में पहुंचाएगी। उन्होंने विदेशों में जमा काले धन का जिक्र करते हुए कहा कि जब पहली बार उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया तो उस पर ध्यान नहीं दिया गया लेकिन अब सरकार ने स्वयं सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार किया है कि विदेशों में काला धन जमा है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि देश आर्थिक और सुरक्षा दोनों मोर्चों पर गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। हमारे सामने केवल बाहरी संकट ही नहीं बल्कि गंभीर आंतरिक संकट भी है जिसके लिए कांग्रेसनीत संप्रग सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, पिछले पांच सालों के दौरान देश में जितनी महंगाई बढ़ी है उतनी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को बोफोर्स तोप में दलाली खाने वाले क्वात्रोच्चि की तो चिंता है लेकिन श्रीलंका में जुल्म का शिकार होने वाले लाखों तमिल भाइयों और आतंकियों के हाथों से मारे जाने वाले देश के नागरिकों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक महासचिव कहता है कि अफजल गुरू फांसी लगने वालों की कतार में है और उसकी बारी आएगी तो उसे फांसी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेताओं का यह बयान लोगों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है। मोदी ने कहा कि चूंकि अफजल गुरू कांग्रेस के वोट बैंक में काम आता है इसलिए उसे फांसी नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव कई मायने में महत्वपूर्ण है। इसमें एक दल के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और तमिल समस्या के नाम पर चार घंटे का आमरण अनशन करने का भी रिकार्ड इसी चुनाव के दौरान कायम किया गया जब करूणानिधिजी ने भरपेट सुबह का नाश्ता किया और आमरण अनशन शुरू किया जो चार घंटे में समाप्त भी कर दिया। दुनिया में आमरण अनशन का यह सबसे छोटा उदाहरण है। मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए नीतीशजी एक उदाहरण हैं। मोदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी जमकर तारीफ की।

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